हनुमानगढ़। शहर के टाउन गुड़ मंडी के समीप स्थित श्री बालाजी धाम में इस वर्ष धूमधाम और आस्था के वातावरण में 25वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस शुभ अवसर पर दो दिवसीय धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने सहभागिता कर पुण्य लाभ अर्जित किया। स्थापना दिवस के अंतर्गत रविवार प्रातःकाल श्री बालाजी महाराज की पूजा-अर्चना एवं अखण्ड रामायण पाठ का विधिवत शुभारंभ किया गया। श्रद्धालु श्रवण लुहिया ने अपने परिवार सहित पूजा कर पाठ की शुरुआत की। अखण्ड रामायण पाठ पंडित दीप शर्मा के सान्निध्य में पांच विद्वान ब्राह्मणों द्वारा 24 घंटे निरंतर संपन्न किया गया। इस दौरान मंदिर प्रांगण भक्ति गीतों, रामधुन और बालाजी महाराज के जयकारों से गुंजायमान होता रहा, जिससे संपूर्ण वातावरण भक्तिमय बना रहा।
सोमवार को अखण्ड रामायण के पूर्णाहुति के साथ ही सुबह विशेष हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इस हवन यज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में सुनील कुमार गोयल (बिट्टू) अपने परिवार सहित उपस्थित रहे। पंडित दीपचंद गौतम के मार्गदर्शन में संपन्न इस हवन में क्षेत्र की सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली की कामना की गई। पूर्णाहुति के पश्चात भगवान बालाजी महाराज को सवामणियों का भोग अर्पित किया गया, जिसके बाद भव्य आरती का आयोजन हुआ। आरती के समय उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने बालाजी महाराज की जयकारों के साथ अपने श्रद्धा भाव व्यक्त किए। हवन यज्ञ के उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर धर्मलाभ लिया।
भंडारे में सामूहिक भोजन के साथ भक्तों ने सामाजिक समरसता और आपसी सौहार्द का भी अनुभव किया।इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में श्री बालाजी धाम सेवा समिति का विशेष योगदान रहा। समिति के अध्यक्ष भगवान सिंह खुड़ी के नेतृत्व में अजीत सिंह, सत्यनारायण शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, दलपत सिंह, अनिल शर्मा, हनुमान सिंह खुड़ी, संतराम जिंदल राज गुड मंडी ओम सोनी जयराम अशोक बंसल, लक्ष्य सिंह, सन्नी पारवानी, रिंकू राहुल, दुष्यंत सिंह, विकास गौतम, चरणजीत सिंह, सुनील शर्मा सहित समस्त समिति सदस्यों ने तन-मन-धन से सहयोग कर आयोजन को सफल बनाया। आयोजन की व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सेवा के लिए समिति द्वारा विशेष प्रबंध किए गए थे। स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं ने श्री बालाजी धाम के 25 वर्ष पूरे होने पर हर्ष व्यक्त किया और मंदिर के माध्यम से क्षेत्र में आध्यात्मिक जागरूकता और सामाजिक एकता की सराहना की। इस अवसर पर समिति की ओर से यह संकल्प भी लिया गया कि भविष्य में भी इसी प्रकार धार्मिक कार्यक्रमों के माध्यम से समाज सेवा और सांस्कृतिक मूल्यों के संवर्धन का कार्य निरंतर जारी रहेगा।श्री बालाजी धाम का यह रजत जयंती स्थापना दिवस श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक एकता का अनुपम उदाहरण बन गया। आयोजन के समापन पर समिति की ओर से सभी श्रद्धालुओं, यजमानों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया गया।
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