मालदीव जैसा हाल होगा तुर्की का, भारत ने उठाया कंगाल करने का जिम्मा!

278

तुर्की (Turkey) ने बीते दिनों अपना असली चेहरा दुनिया को दिखा दिया कि कैसे वह आतंकी देश पाकिस्तान का खुलेआम समर्थन कर रहा है। तुर्की के इस रवैये पर भारत में जबरदस्‍त गुस्‍सा है। तुर्की को सबक सीखाने के लिए हर भारतीय ने अब तुर्की की हर चीज को बायकॉट कर दिया है। पुणे के व्यापारियों ने तुर्की से सेब खरीदना बंद कर दिया है। इसके बजाय वे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, ईरान और अन्य क्षेत्रों से सेब खरीद रहे हैं।

तुर्की के सेबों का कारोबार आमतौर पर एक सीजन में 1,000 करोड़ से 1,200 करोड़ रुपये तक होता है। इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल हुआ है। इसमें तुर्की ने भारतीय पर्यटकों से अपनी यात्रा रद्द न करने की अपील की है। लेकिन, जिस तरह तुर्की ने बेशर्मी के साथ पाकिस्‍तान का साथ दिया, उसके बाद भारत में लोग बहुत नाराज है।

ये भी पढ़ें: Anushka Sen: अनुष्का को इवेंट में डांट लगाते दिखे नील नितिन मुकेश, देखें VIRAL वीडियो

वे सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई ट्रैवल एजेंसियों जैसे ईजमाईट्रिप और कॉक्‍स एंड किंग्‍स ने भी तुर्की और अजरबैजान के ट्रैवल पैकेज रद्द कर दिए हैं। हालांकि, इस पत्र की सच्चाई की पुष्टि नहीं हो सकी है। एक अन्य व्यापारी ने कहा, ‘ग्राहक सक्रिय रूप से तुर्की के उत्पादों से बच रहे हैं, जिससे खुदरा स्तर पर भी इसका बहिष्कार हो रहा है।’ यह रुझान तुर्की के राजनीतिक रुख के खिलाफ एक बड़े आंदोलन का हिस्सा है।

हमारे WhatsApp चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें 

इसकी पूरे भारत में आलोचना हो रही है। नागरिक स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध विकल्पों को चुन रहे हैं, जिससे बाजारों और खुदरा दुकानों पर बहिष्कार को बढ़ावा मिल रहा है।

शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एक्‍स पर एक पोस्ट में लिखा कि भारतीय उस देश में पर्यटन पर पैसा खर्च नहीं करेंगे जो उसी पैसे का इस्तेमाल पाकिस्तान को हथियार देने के लिए करता है। चतुर्वेदी ने लिखा, ‘नहीं तुर्किये, भारतीय उस देश में पर्यटन पर पैसा खर्च नहीं करेंगे जो उसी पैसे का इस्तेमाल पाकिस्तान को हथियार देने के लिए करता है।

अपने पर्यटकों को कहीं और ढूंढो, हमारा पैसा खून का पैसा नहीं है।’ इस पूरे मामले में यह साफ है कि भारत और तुर्की के बीच संबंध अब तनावपूर्ण हो गए हैं। तुर्की की ओर से पाकिस्तान का समर्थन करने से भारतीय नागरिकों और व्यापारियों में नाराजगी है। वे तुर्की के उत्पादों और पर्यटन का बहिष्कार करके अपना विरोध जता रहे हैं।

मालदीव जैसा हाल होगा तुर्की का

बताते चले, याद कीजिए जनवरी 2024 जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप की तस्वीरें वायरल हुई थीं। मालदीव के नेताओं ने इस पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं और भारतीयों को निशाना बनाया। इसके बाद भारतीयों ने मालदीव के बहिष्कार की मांग की और टूरिज्म से लेकर व्यापार तक उसका असर दिखा।

EaseMyTrip जैसे प्लेटफॉर्म ने मालदीव की फ्लाइट और होटल हटाए। इसके साथ ही कई लोगों ने वहां जाना छोड़ दिया। मालदीव की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा। अब ऐसा ही कुछ तुर्की के साथ हो सकता है।

आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।