गाजा (Gaza) पर लगातार इजरायली हमले जारी रहे। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है जिसमें कहा गया है कि अगर युद्धग्रस्त क्षेत्र में और जल्द से जल्द खाद्य सहायता नहीं पहुंची तो 48 घंटों के भीतर गाजा (Gaza) में 14,000 बच्चे मर सकते हैं।UN के मुताबिक अगर गाजा में और मदद नहीं पहुंची तो यहां के हालात भयावह होंगे।
हालांकि सहयोगी देशों के दबाव में सोमवार को इजरायल ने दो मार्च से जारी रोक खत्म कर गाजा में खाद्य सामग्री, पेयजल और दवाइयों के नौ ट्रकों को जाने दिया जबकि वहां की प्रतिदिन की जरूरत करीब 500 ट्रक सामग्री की है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ्लेचर ने कहा कि सोमवार को केवल पांच ट्रक मानवीय सहायता लेकर गाजा पहुंचे, जिसमें बच्चों के लिए भोजन भी शामिल था, इजरायल द्वारा कई सप्ताह तक की गई पूरी नाकाबंदी के बाद यह मानवीय सहायता बेहद कम है। उन्होंने कहा कि सहायता अभी भी जरूरतमंद समुदायों तक नहीं पहुंची है।
बता दें, गाजा-इजराइल के बीच बीते 19 महीनों से जंग जारी है। जिसके कारण इजराइल ने 2 मार्च को गाजा के अंदर फूड और फ्यूल सप्लाई पर रोक लगा दी थी। इससे 5 लाख से ज्यादा लोगों पर भुखमरी का संकट पैदा हो गया है।
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48 घंटों में 14,000 बच्चे मर जाएंगे
टॉम फ्लेचर ने BBC को बताया- अगर हम उन बच्चों तक नहीं पहुंच पाए तो अगले 48 घंटों में 14,000 बच्चे मर जाएंगे। गाजा में बड़ी संख्या में बच्चे कुपोषण का शिकार है। उन्होंने कहा- गाजा में फूड सप्लाई पर रोक से पहले हर रोज लगभग 600 सहायता ट्रक आते थे। जिसके मुकाबले अभी दी जा रही मदद काफी कम है।
फ्लेचर ने आज गाजा में शिशु आहार और खाने से भरे 100 ट्रक और पहुंचने की उम्मीद जताई है। UN ने इजराइल के कदम की सराहना की, लेकिन और अधिक सहायता की जरूरत की बात कही। UN के खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञों ने पिछले हफ्ते गाजा में अकाल की चेतावनी दी थी।
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बता दें, इजराइल के हमलों में एक सप्ताह में करीब 464 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कई परिवार के सभी सदस्य इन हमलों में मारे गए। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ रविवार को इजराइली हमले में 151 लोगों की मौत हुई है।
इजराइली सेना ने बताया कि उन्होंने गाजा में बड़े पैमाने पर जमीनी अभियान शुरू किया है। इसके तह उन्होंने पिछले सप्ताह 670 से ज्यादा हमास ठिकानों पर हमला किया। वहीं, इजराइल ने गाजा के दूसरे सबसे बड़े शहर खान यूनिस को खाली करने का आदेश दिया था।
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कब से जारी है हमास इजरायल की जंग
- हमास-इजराइल के बीच संघर्ष का सिलसिला साल 1948 से जारी है। इसने भीषण रूप 7 अक्टूबर 2023 को लिया जब हमास ने इजराइल पर हमला किया। जिसमें 815 नागरिकों सहित 1,195 इजराइली और विदेशी नागरिक मारे गए।
- हमास ने 251 इजराइली लोगों को बंधक बनाया। हमास ने इस हमले को इजराइल के कब्जे, गाजा की नाकाबंदी और हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग के लिए किया।
There is hunger and famine in Gaza, where death is rampant.
Curse on the world that does not hear the cries of these children in Gaza.#StopIsrael #GazaGenocide #FreePalestine #Gaza #GazaHolocaust pic.twitter.com/2JYjgT8EW1
— Rüya (@ruyaselcuk) May 20, 2025
- इजराइल ने जवाब में गाजा पर बमबारी शुरू की और 27 अक्टूबर 2023 को जमीनी हमला शुरू किया। इजराइल का कहना है कि उसका मकसद हमास को खत्म करना और बंधकों को रिहा कराना है।
- इस युद्ध में 61,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इजराइल में 1,200 से ज्यादा लोग मारे गए। गाजा में 80% लोग विस्थापित हो चुके हैं और अधिकांश बुनियादी ढांचा नष्ट हो चुका है।
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