सिंधी समाज ने उठाई भू-माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग, बैठक में जताया विरोध

31

हनुमानगढ़। काच्छी सिंधी समाज की बैठक रविवार को जंक्शन में अध्यक्ष मनोहरलाल अमलानी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में चक 50 एनजीसी की विवादित भूमि पर गैर सायलान व्यक्तियों द्वारा कथित जबरन कब्जा और झूठे मुकदमों के डर से त्रस्त पीड़ित पक्ष के समर्थन में सिंधी समाज ने चर्चा की। इस अवसर पर समाज के प्रतिनिधियों ने प्रशासन से पीड़ितों को सुरक्षा देने और भू-माफियाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की। बैठक में बताया गया कि प्रार्थी हरीश कुमार, नरेश कुमार, राजेन्द्र कुमार और राहुल जो कि शांतिप्रिय और कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं, पिछले कई वर्षों से उक्त भूमि पर काबिज हैं और वहां खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। परंतु हाल ही में सुखपिन्द्र सिंह उर्फ सोनू सिंह और बलदेव बिश्नोई नामक व्यक्ति तथाकथित तौर पर उनकी बुआ रूकमनी देवी से सांठगांठ कर इस जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने विवादित भूमि का बेचान-पत्र भी करा लिया है, जबकि न्यायालय में मामला विचाराधीन है और संबंधित भूमि पर स्टे आदेश भी जारी है। समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि उक्त भूमि को जबरन कब्जाने के लिए सोनू सिंह व बलदेव बिश्नोई ने गुंडों के साथ मिलकर कई बार बल प्रयोग किया। 16 सितंबर 2024 को भी करीब 13-14 लोगों के साथ जबरन फसल नष्ट कर दी गई और मारपीट करने की कोशिश की गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला। एफआईआर संख्या 841/24 दर्ज कर ली गई है तथा मामला वर्तमान में सीओ (डिप्टी एसपी) हनुमानगढ़ के पास जांचाधीन है। प्रार्थी हरीश कुमार ने  यह भी खुलासा किया गया कि गैर सायलान पक्ष ने स्थानीय एससी व्यक्ति को भेज कर फसल हटवाने का दबाव बनाया और दावा किया कि उक्त भूमि को उन्होंने ठेके पर ले लिया है। साथ ही यह धमकी भी दी गई कि वे पुलिस महकमे में सेटिंग कर चुके हैं और किसी भी तरह इस जमीन पर कब्जा कर लेंगे, यहां तक कि प्रार्थीयान का एससी/एसटी एक्ट या अन्य धाराओं में झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी गई।

सिंधी समाज के वरिष्ठ सदस्यों ने बताया कि पीड़ित पक्ष की ओर से कई बार जिला कलेक्टर, एसपी कार्यालय और संबंधित थाने में शिकायतें दी गईं, परंतु अभी तक प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाई है। न्यायालय के स्थगन आदेशों की भी खुलेआम अवहेलना की जा रही है, जिससे पीड़ित पक्ष मानसिक तनाव में है और किसी अनहोनी की आशंका बनी हुई है। समाज ने मांग की कि प्रशासन इस प्रकरण को गंभीरता से लेकर भू-माफियाओं के खिलाफ निष्पक्ष और कठोर कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। साथ ही प्रार्थीयान को पुलिस संरक्षण प्रदान किया जाए और जांच में तेजी लाई जाए। समाज ने यह स्पष्ट किया गया कि सिंधी समाज अन्याय के खिलाफ एकजुट है और आवश्यकता पड़ने पर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन भी किया जाएगा। समाज ने प्रशासन को चेताया कि यदि समय रहते कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया, तो वे मजबूर होकर सड़कों पर उतरेंगे। इस मौके पर कच्छी सिंधी समाज के अध्यक्ष मनोहर लाल अमलानी, युवा संघ अध्यक्ष लाल चंद, किशोर कटारिया, अनिल सिंधी, बंशी खन्ना, विष्णु कटारिया, अनिल, गोरी शंकर, विष्णु डामा, किशनलाल, गुलाब राय, नंदलाल, दीपक खन्ना व अन्य समाज के सदस्य मौजूद थे।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।