संत सूरदास जयंती पर श्रद्धांजलि एवं दिव्यांग सेवा केंद्र को लेकर हुई चर्चा

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हनुमानगढ़। सक्षम, सम दृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल, जिला इकाई हनुमानगढ़ द्वारा संत शिरोमणि सूरदास जी की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर दिव्यांगजनों और समाजसेवियों की उपस्थिति में संत सूरदास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने संत सूरदास जी के जीवन, काव्य और भक्ति भाव की सराहना करते हुए उन्हें युगपुरुष और कृष्णभक्त कवि बताया। वक्ताओं ने कहा कि सूरदास जी के ह्रदय में श्रीकृष्ण बसते थे, उनकी वाणी में भक्ति की धारा बहती थी और दृष्टिहीन होते हुए भी वे ईश्वर के साक्षात दर्शन करते थे। उनकी रचनाएँ आज भी भक्ति, प्रेम और सेवा का अमूल्य मार्गदर्शन करती हैं। इस आयोजन के दौरान सक्षम दिव्यांग सेवा केंद्र की स्थापना को लेकर गंभीर विचार-विमर्श किया गया।

बैठक में सुझाव दिए गए कि जिले के दिव्यांगजनों को और अधिक सुविधा, परामर्श और प्रशिक्षण देने के लिए एक संगठित सेवा केंद्र की आवश्यकता है। ऐसे केंद्र के माध्यम से दिव्यांगों के लिए योजनाएं और सहायता को अधिक प्रभावी ढंग से पहुँचाया जा सकेगा। बैठक में भविष्य की गतिविधियों और योजनाओं पर भी चर्चा हुई, जिसमें नयूरोथेरेपी, दिव्यांग आईडी बनवाने, ई-मित्र सेवाओं और 21 प्रकार के दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करने की बात कही गई। मंडल ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी सेवाएं दिव्यांगजनों को बिना किसी शुल्क के प्रदान की जा रही हैं। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष प्रदीप कुमार, सह सचिव शीशपाल, रामप्रकाश, पोखर, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार, जयदेव, बीरबल कुमार, मनीष कुमार, संदीप कुमार, महेंद्र कुमार, भरपुर सिंह सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर दिव्यांगजनों के अधिकारों, उनके विकास और समाज में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

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