हनुमानगढ़। तहसील क्षेत्र के गांव जाखड़ावाली में घटित एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। प्रमीला पत्नी पवन कुमार द्वारा पुलिस थाना पीलीबंगा में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार, दिनांक 22 मई को उसके पति पवन कुमार की उसके ही परिजनों द्वारा कथित रूप से हत्या कर दी गई। घटना के बाद से परिजनों एवं ग्रामीणों का धरना टाउन अस्पताल मोर्चरी के बाहर जारी है। मृतक का शव अभी तक मोर्चरी में ही रखा गया है और अंतिम संस्कार नहीं किया गया है।
प्रमीला के अनुसार, उसके ससुर ईमीचन्द, सास सावित्री, ननद रानी, मनीषा और उर्मा व उर्मा के पति मनोज आए दिन उनके साथ झगड़ा करते रहते थे। 18 मई को हुई मारपीट के बाद पंचायत बुलाई गई थी, जिसमें समझौते के तौर पर 5 बीघा जमीन और दो दुकानें देने की बात कही गई थी। किंतु अगले दिन ही जमीन और दुकान देने से इनकार कर दिया गया।
22 मई को पवन जब खेत में पानी लगा रहा था, तब आरोपियों ने उसे पकड़कर ढाणी के कच्चे कमरे में ले जाकर मारपीट की और जबरन स्प्रे पिला दी। प्रमीला और उसकी बेटी आरूषि ने बचाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी पीटा गया। इसके बाद आरोपी पवन को अस्पताल ले गए, लेकिन प्रमीला को जबरन रोक दिया गया। जब उसका भाई विजयपाल अस्पताल पहुंचा, तब तक पवन की मृत्यु हो चुकी थी।
घटना के दो दिन बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है। मृतक के परिजन और सैकड़ों ग्रामीण दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अस्पताल के बाहर धरना दे रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है, जिससे लोगों में आक्रोश है। धरने में शामिल ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र गिरफ्तारी नहीं हुई, तो वे आंदोलन को जिला मुख्यालय तक ले जाएंगे।
प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया है। घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।
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