केंद्र सरकार ने 28 मई 2025 को खरीफ विपणन सत्र 2025-26 के लिए 14 प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि (MSP Price Hike) की घोषणा की है। यह निर्णय किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और कृषि आय में स्थिरता प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि धान की नई MSP 2,369 रुपए तय की गई है, जो पिछली MSP से 69 रुपए ज्यादा है। कपास की नई MSP 7,710 रुपए तय की गई है। इसकी एक दूसरी किस्म की नई MSP 8,110 रुपए कर दी गई है, जो पहले से 589 रुपए ज्यादा है।
नई MSP से सरकार पर 2 लाख 7 हजार करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। यह पिछले फसल सीजन की तुलना में 7 हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि MSP फसल की लागत से कम से कम 50% ज्यादा हो, इस बात का ध्यान रखा गया है।
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केंद्र सरकार द्वारा घोषित 14 फसलों के MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की सूची टेबल के रूप में दी गई है:
क्रमांक | फसल का नाम | पुराना MSP (₹/क्विंटल) | नया MSP (₹/क्विंटल) | वृद्धि (₹) |
---|---|---|---|---|
1 | धान (सामान्य) | ₹2,300 | ₹2,369 | ₹69 |
2 | धान (ग्रेड-ए) | ₹2,320 | ₹2,389 | ₹69 |
3 | ज्वार (हाइब्रिड) | ₹3,180 | ₹3,286 | ₹106 |
4 | बाजरा | ₹2,250 | ₹2,300 | ₹50 |
5 | मक्का | ₹2,090 | ₹2,130 | ₹40 |
6 | रागी | ₹4,290 | ₹4,886 | ₹596 |
7 | अरहर (तूर) | ₹7,550 | ₹8,000 | ₹450 |
8 | मूंग | ₹8,558 | ₹8,682 | ₹124 |
9 | उड़द | ₹6,950 | ₹7,400 | ₹450 |
10 | सोयाबीन (येलो) | ₹4,893 | ₹5,329 | ₹436 |
11 | सूरजमुखी | ₹6,760 | ₹7,089 | ₹329 |
12 | तिल | ₹9,267 | ₹9,846 | ₹579 |
13 | नाइजरसीड | ₹8,717 | ₹9,537 | ₹820 |
14 | कपास (मध्यम रेशा) | ₹7,121 | ₹7,710 | ₹589 |
कपास (लंबा रेशा) | ₹7,521 | ₹8,010 | ₹489 |
क्या है MSP
मिनिमम सर्पोट प्राइस यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य वो गारंटीड मूल्य है जो किसानों को उनकी फसल पर मिलता है। भले ही बाजार में उस फसल की कीमतें कम हो। इसके पीछे तर्क यह है कि बाजार में फसलों की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का असर किसानों पर न पड़े। उन्हें न्यूनतम कीमत मिलती रहे।
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सरकार हर फसल सीजन से पहले CACP यानी कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइजेज की सिफारिश पर MSP तय करती है।
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MSP में 23 फसलें शामिल हैं:
- 7 प्रकार के अनाज (धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी और जौ)
- 5 प्रकार की दालें (चना, अरहर/तुअर, उड़द, मूंग और मसूर)
- 7 तिलहन (रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, कुसुम, निगरसीड)
- 4 व्यावसायिक फसलें (कपास, गन्ना, खोपरा, कच्चा जूट)
खरीफ की फसलों में कौन-कौन सी फसलें आती हैं?
धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उडद, तुअर, कुल्थी, जूट, सन, कपास आदि। खरीफ की फसलें जून जुलाई में बोई जाती हैं। सितंबर-अक्टूबर में इनकी कटाई होती है।
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