हनुमानगढ़ टाउन स्थित बरकत कॉलोनी की फाटक गौशाला में आज अमावस्या के पावन अवसर पर श्री रामायण अखंड पाठ का विधिवत रूप से समापन हुआ। यह धार्मिक आयोजन गौ सेवा संस्थान फाटक गौशाला द्वारा 19 मई 2025 से 27 मई 2025 तक लगातार आठ दिनों तक, 24 घंटे निर्बाध रूप से आयोजित किया गया। गौ सेवा संस्थान के सचिव नरोत्तम सिंगला ने बताया कि इस अखंड पाठ का उद्देश्य गौशाला में रह रहे बीमार, असहाय और दुर्घटनाग्रस्त गौवंश के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करना था।समापन अवसर पर विशेष हवन यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें पांच पवित्र हवन कुंडों की बेदी बनाई गई और कुल 41 श्रद्धालु दंपतियों ने पूर्ण विधि-विधान के साथ हवन यज्ञ में भाग लिया। हवन का संचालन 11 विद्वान शास्त्रियों ने पण्डित रामनारायण शास्त्री के सानिध्य में मंत्रोच्चारण, पूजा-अर्चना और वैदिक विधियों के अनुसार किया गया। हवन में 108 आहुतियां दी गईं और अंत में पूर्णाहुति कर आयोजन की समाप्ति की गई। समापन के बाद सामूहिक आरती कर सवामणी का भोग लगाया गया, जिसे श्रद्धालुओं में वितरित किया गया। सचिव सिंगला ने बताया कि फाटक गौशाला का प्रमुख उद्देश्य बीमार, असहाय और एक्सीडेंटल गोवंश की सेवा व उपचार करना है, जो जन सहयोग से संभव होता है। गौशाला में अनेक गोवंश का इलाज कर उन्हें पुनः स्वस्थ जीवन देने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। इस अखंड रामायण पाठ के माध्यम से संस्थान ने गौ सेवा के संकल्प को धर्म से जोड़ा है। इस शुभ अवसर पर शहर के अनेक गणमान्य श्रद्धालु, समाजसेवी, गौसेवक व नागरिक उपस्थित रहे और आयोजन की सराहना की। उन्होंने गौ सेवा के इस पवित्र कार्य को समाज के लिए प्रेरणादायक बताया। कार्यक्रम का संपूर्ण वातावरण भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत रहा । इस अवसर पर विष्णु दत्त शास्त्री ने पीओपी के गणेश से पूजा न करके गौ गोबर से निर्मित गणेश की पूजा कर उसे प्रवाहित करे जिससे पर्यावरण भी शुद्ध रहेगा व गाय माता भी बचेगी। गोबर गणेश गौशाला के माध्यम से तैयार कर वितरित किए जाएंगे।
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