जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, जहरमुक्त कृषि उत्पादों के संरक्षण की मांग

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हनुमानगढ़। हमारा कुदरती खेती संस्थान द्वारा बुधवार को जिला कलेक्टर कानाराम को जहरमुक्त कृषि उत्पादों के संरक्षण और उनके उचित विपणन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन संस्थान के अध्यक्ष भगवान सिंह खुड़ी के नेतृत्व में जिला प्रशासन को प्रस्तुत किया गया। ज्ञापन में बताया गया कि श्हमारा कुदरती खेती संस्थानश् हनुमानगढ़ जिले की एकमात्र ऐसी संस्था है, जो किसानों को रासायनमुक्त और कुदरती खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ प्रशिक्षण भी प्रदान करती है। संस्था से जुड़े किसानों का मुख्य उद्देश्य स्वस्थ, सुरक्षित और जहरमुक्त खाद्यान्न का उत्पादन कर उपभोक्ताओं तक पहुँचाना है।
इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए संस्थान ने हनुमानगढ़ धान मंडी परिसर में दो दुकानें किराये पर ले रखी हैं, जहां पर संबंधित किसान अपना उत्पाद लाकर उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाते हैं। संस्थान ने ज्ञापन में बताया कि उत्पादों की साफ-सफाई कर उन्हें केमिकल रेजिड्यू (रासायनिक अवशेष) जांच के लिए भेजा जाता है और जांच में पास होने पर ही इन्हें उपभोक्ताओं को विक्रय किया जाता है। हालांकि धान मंडी सीजन के दौरान अन्य दुकानदार और किसान इन दुकानों के पेडों (उतारने की जगह) पर अपनी रासायनिक फसलें भी उतार देते हैं। इससे जहरमुक्त और रासायनिक उत्पादों के आपस में मिल जाने की संभावना बनी रहती है। यदि ऐसा होता है तो हमारे किसानों के उत्पाद के सैंपल फेल हो जाने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। इसके चलते किसानों को एक माह तक अतिरिक्त इंतजार करना पड़ता है, जिससे न केवल आर्थिक नुकसान होता है बल्कि भंडारण और रखरखाव का भी अतिरिक्त भार सहना पड़ता है। इस स्थिति से किसानों की हतोत्साहित होने की आशंका बनी रहती है और जहरमुक्त खेती को बढ़ावा देने के प्रयासों को धक्का पहुंचता है। संस्थान ने जिला कलेक्टर से अनुरोध किया कि इस गंभीर समस्या का समाधान निकाला जाए।
ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि धान मंडी में जहरमुक्त कृषि उत्पादों के लिए अलग से स्थान चिन्हित किया जाए या संस्था को स्थायी रूप से सुरक्षित स्थान आवंटित किया जाए, जिससे कि रासायनिक फसलों के साथ मिलावट की आशंका समाप्त हो सके। साथ ही, प्रशासन द्वारा निगरानी व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए ताकि कुदरती खेती को और अधिक बढ़ावा मिल सके। संस्थान ने उम्मीद जताई कि जिला प्रशासन किसानों की इस समस्याओं को गंभीरता से लेकर शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करेगा, जिससे जिले में रासायनमुक्त खेती को मजबूती मिलेगी और उपभोक्ताओं तक सुरक्षित व स्वास्थ्यवर्धक खाद्य सामग्री पहुंच सकेगी। इस मौके पर भगवान सिंह खुड़ी, राकेश कुमार, प्रवीण गोदारा, अनिल कुमार मौजूद थे।

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