क्या योगी आदित्यनाथ के पार्ट टू कहे जाने वाले बाबा बालकनाथ को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। अब बाबा का भविष्य क्या होगा ये तो पार्टी तय करेगी।

लेकिन कुल मिलाकर यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी में बाबा युग विस्तार लेगा या विराम तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर ये बाबा बालकनाथ या महंत बालकनाथ कौन है?

16 अप्रैल 1984 को राजस्थान के अलवर जिले के कोहराना गांव में एक किसान परिवार में जन्‍में महंत बालकनाथ योगी का पूरा परिवार लंबे समय से जनकल्याण व साधुओं की सेवा में जुटा रहा है। 

29 जुलाई 2016 को महंत चांद नाथ ने अपना उत्तराधिकारी चुना। इस तरह वो मठ के आठवें महंत बने। 

बाबा बालकनाथ की तुलना यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ के साथ की जा रही है। उन्‍हें राजस्थान का योगी भी कहा जा रहा है। इसका कारण है कि बालकनाथ और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ दोनों नाथ संप्रदाय से आते हैं।

महंत बालकनाथ योगी अलवर लोकसभा से सांसद हैं और उनका नाम भी बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में शामिल किया जाता है। चुनाव से पहले ही उन्हें राजस्थान में उपाध्यक्ष पद दिया गया। 

ऐसे में ज्‍यादातर लोगों का ध्‍यान उनकी ओर आकर्षित हुआ है।जानकारों का कहना है कि अगर मोदी लोकसभा चुनावों की चिंता कर रहे हैं तो ऐसे में वसुंधरा राजे की दावेदारी को नकार कर बाबा को गद्दी सौंपना भारी पड़ सकता है।