साइक्लोन मोरा बांग्लादेश पहुंचा, 3 लाख लोग प्रभावित, भारत के 4 जिलों में अलर्ट

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ढाका: साइक्लोन (चक्रवाती तूफान) मोरा बांग्लादेश पहुंच गया है। 117 km प्रति घंटे की रफ्तार से यह मंगलवार को बांग्लादेश के तट से टकराया। अथॉरिटीज ने तटीय इलाकों में रहने वाले 3 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निचले इलाकों में पहुंचा दिया है। तूफान कॉक्स बाजार और चिटगांव के बीच तट से सुबह 6 बजे टकराया। मोरा का असर भारत में नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों पर भी पड़ सकता है। इसे लेकर चेतावनी जारी की जा चुकी है।

न्यूज एजेंसी के मुताबिक NDMA (नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी) की तरफ से साइक्लोन को लेकर जारी चेतावनी में कहा गया है कि इसके असर से त्रिपुरा और मिजोरम में कई जगहों पर बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर मूसलाधार बारिश की भी आशंका है। तूफान के प्रभाव से मंगलवार और बुधवार दोनों दिन वेस्ट बंगाल, असम, मेघालय, मणिपुर, ओडिशा, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और अंडमान द्वीप समूह में भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है।
इस दौरान 40 से 60 km प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है और समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं। वेस्ट बंगाल के साउथ 24 परगना, नॉर्थ 24 परगना, ईस्ट मिदनापुर और नाडिया जिलों में भारी बारिश हो सकती है। तटीय इलाकों में तूफान को लेकर वाॅर्निंग सिग्नल एक्टिव कर दिए गए हैं। वेदर डिपार्टमेंट के कोस्टल सेंटर्स तूफान पर लगातार नजर रखे हुए हैं।
बांग्लादेश में सिग्नल 7 का अलर्ट
मोरा को लेकर बांग्लादेश में सिग्नल 7 का अलर्ट जारी किया गया है। तूफान से चिटगांव, नौखाली, लक्ष्मीपुर, फेनी और चांदपुर के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका जताई गई है।
ओडिशा के 4 जिलों में अलर्ट
ओडिशा सरकार ने 4 जिलों में अलर्ट जारी किया है। मोरा के चलते राज्य में भारी बारिश होने की आशंका है। स्टेट के रेवेन्यू एंड डिजास्टर मैनेजमेंट मिनिस्टर महेश्वर मोहंती ने सीनियर ऑफिशियल्स के साथ मीटिंग कर तैयारियों का जायजा लिया है। जिन 4 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें मयूरभंज, बालासोर, भद्रक और जाजपुर शामिल हैं।
झारखंड में तेज आंधी, बारिश
मोरा का असर पूरे झारखंड पर है। वहां सोमवार को राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में आंधी के साथ तेज बारिश हुई। वेदर डिपार्टमेंट ने रांची और आसपास के एरिया में 32 mm बारिश रिकॉर्ड की है। तेज आंधी से रांची में कई जगहों पर पेड़ और बिजली के पोल उखड़ गए। इससे आधे शहर की बिजली देर रात तक गुल रही।
मछुआरों को समुद्र में न जाने के आदेश
तूफान को देखते हुए मछुआरों को अगले 2 दिन तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। पहले से समुद्र में मौजूद मछुआरों को भी तुरंत तट पर लौट आने को कहा गया है।
केरल से पहले नॉर्थ-ईस्ट पहुंचेगा मानसून
कहा जा रहा है कि इस वेदर सिस्टम की वजह से मानसून केरल से पहले नॉर्थ-ईस्ट भारत में दस्तक दे सकता है। इन हालात में नॉर्थ-ईस्ट भारत में मानसून 30 मई तक आ सकता है।