Iran-Israel: क्या इजरायल-ईरान युद्ध में सामने से होगी अमेरिका की एंट्री? जल्दी तेहरान खाली करने की मिली चेतावनी

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सभी लोगों को तुरंत ईरान की राजधानी तेहरान (Iran Israel) खाली करने की चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि ईरान का न्यूक्लियर डील साइन न करना मूर्खता है। वहीं, इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग खत्म करने को लेकर कहा कि खामेनेई की हत्या से जंग बढ़ेगी नहीं, बल्कि खत्म होगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को लेकर एक पोस्ट शेयर की है. उन्होंने लिखा, ”ईरान को उस सौदे पर हस्ताक्षर कर देने चाहिए था जिस पर मैंने कहा था। यह कितनी शर्म की बात है और मानव जीवन की बर्बादी है। सीधे शब्दों में कहें तो, ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता। मैंने इसे बार-बार कहा है! सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए!

इस बीच इजराइल और ईरान (Iran Israel) के बीच 5वें दिन भी संघर्ष जारी रहा। इजराइल ने तेहरान पर सोमवार रात कई बार एयरस्ट्राइक की। वहीं, ईरान ने इजराइल की राजधानी तेल अवीव और हाइफा पर बमबारी की।

इजराइली हमलों में अब 224 ईरानी मारे जा चुके है, जबकि 1,481 लोग घायल हुए हैं। वहीं, इजराइल में अब तक 24 लोग मारे गए हैं, जबकि 600 से ज्यादा घायल हैं।

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बता दें इससे पहले ट्रंप ने हाल ही में दावा किया था कि उनके प्रयासों से इजरायल और ईरान के बीच भी जल्द शांति स्थापित हो सकती है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि जिस तरह उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार के जरिए तनाव कम किया था, उसी तरह वह इजरायल और ईरान को भी बातचीत की मेज पर ला सकते हैं।

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ईरान-इजरायल जंग में फंसा आम नागरिक
ईरान की राजधानी तेहरान से भागने की कोशिश में कई लोग फंस गए हैं। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक ईरानी हवाई क्षेत्र बंद होने और टैक्सी न मिलने के कारण लोग सीमा तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इजराइल ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे जॉर्डन और मिस्र के जरिए देश छोड़ सकते हैं, लेकिन इन देशों को भी संभावित खतरे के रूप में देखा जा रहा है। इस पूरे हालात ने मिडिल ईस्ट में डर और अराजकता फैला दी है। लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं, लेकिन रास्ते बंद हैं और विकल्प सीमित हैं।

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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था, ”मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार के माध्यम से समझदारी और स्थिरता लाई। दो शानदार नेताओं के साथ बातचीत से एक बड़ा टकराव टल गया। इजरायल और ईरान के बीच भी वैसा ही समझौता जल्द संभव है।

इजरायल को हुआ कितना नुकसान?

ईरान ने इजरायल पर 100-200 बैलिस्टिक मिलाइलें और ड्रोन से हमला किया। इन हमलों में इजरायल के सैन्य और बुनियादी ढांचों को निशाना बनाया गया है।

  • तेल अवीव की कई ऊंची इमारतें धराशायी हो गईं।
  • ईरानी हमले में इजरायल के 16 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हैं।
  • तेहरान टाइम्स के अनुसार, ईरान ने इजरायली बंदरगाह हाइफा को भी काफी नुकसान पहुंचाया है।
  • ईरान ने इजरायल के परमाणु परिसर वाले नेगेवा रेगिस्तान और किरयात गत पर भी हमला किया है।
  • इजरायल की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी समेत साइंस इंस्टीट्यूट पर भी हमला किया है।
  • ईरानी मिसाइलों के कारण इजरायल ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। तेल अवीव, यरुशलम और हाइफा में लगातार सायरन बज रहे हैं।

ईरान को हुआ कितना नुकसान?

  • इजरायली हमले में 230 से ज्यादा ईरानी नागरिकों की मौत हो गई और 600 के लगभग लोग घायल हैं।
  • इजरायल ने ईरान के नतांज परमाणु साइट समेत कई न्यूक्लियर ठिकानों पर मिसाइलें गिराई हैं।
  • इजरायल ने सैन्य ठिकानों पर भी निशाना साधा, जिसमें ईरान के टॉप कमांडर्स और परमाणु वैज्ञानिकों की भी मौत हो गई।
  • इजरायली हमले से ईरान के तबरेज और करमानशाह मिसाइल बेस भी नष्ट हो गए।
  • इजरायल के हमले के बाद ईरान की एक अहम रिफाइनरी में भयंकर विस्फोट देखने को मिला है।

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