क्यों हुए एंजेलो मैथ्यूज टाइम आउट, 1919 में हुआ था पहला TIME OUT, जानिए क्या कहता है नियम?

सबसे पहले 1919 में टाइम आउट के तहत आउट दिया गया था। टाउनटंस काउंटी ग्राउंड में प्लेयर हेरॉल्ड हेगेट इस नियम के तहत आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने थे।

0
695

बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच सोमवार को दिल्ली में खेला गया वर्ल्ड कप मुकाबला एक खास घटना के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। श्रीलंका की पारी के दौरान एंजेलो मैथ्यूज (angelo mathews) को टाइम आउट दिया गया। इंटरनेशनल क्रिकेट में यह पहला मौका है जब कोई बल्लेबाज टाइम आउट हुआ है।

सबसे पहले 1919 में टाइम आउट के तहत आउट दिया गया था। केपटाउन में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 2007 में हुए तीसरे टेस्ट में सौरव गांगुली टाइम आउट होने से बचे थे।

क्या है पूरा मामला
श्रीलंका की पारी के 25वें ओवर में सदीरा समरविक्रमा का विकेट गिरने के बाद एंजेलो मैथ्यूज ग्राउंड पर आए। वे बैटिंग के लिए तैयार हो रहे थे, तभी उनके हेलमेट का स्ट्रैप टूट गया। ऐसे में उन्होंने दूसरा हेलमेट मंगाया। जब तक ड्रेसिंग रूम से हेलमेट आता और मैथ्यूज खेलने उतरते, 2 मिनट का समय निकल गया था।

ये भी पढ़ें: रश्मिका मंदाना का तेजी से वायरल हो रहा AI Video..बिग बी ने की लीगल एक्शन की मांग

बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने अंपायर से मैथ्यूज को आउट देने की अपील की। अंपायर ने शाकिब से पूछा भी कि वे ऐसा मजाक में कर रहे हैं या वाकई अपील कर रहे हैं। शाकिब अपील पर कायम रहे और मैथ्यूज को आउट करार दे दिया गया।

साल 1919 में हुआ था टाइम आउट
सबसे पहले 1919 में टाइम आउट के तहत आउट दिया गया था। टाउनटंस काउंटी ग्राउंड में प्लेयर हेरॉल्ड हेगेट इस नियम के तहत आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। हालांकि यह 1980 में क्रिकेट कोड में शामिल किया गया था। तब बल्लेबाज को 2 मिनट का टाइम मिलता था। साल 2000 के बाद से इसे टेस्ट में 3 मिनट, वनडे में 2 मिनट और टी-20 में 90 सेकेंड कर दिया गया।

ये भी पढ़ें: IND Vs SA Highlights: 20 साल बाद भारत की वर्ल्डकप में लगातार 8वीं जीत, जडेजा ने लिए 5 विकेट

क्या है टाइम आउट?
क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट में अगर कोई बल्लेबाज पिछला विकेट गिरने के 3 मिनट बाद तक खेलने के लिए तैयार नहीं होता है तो विपक्षी टीम की अपील पर उसे आउट दिया जा सकता है। वनडे क्रिकेट में यह समय 2 मिनट का है और टी-20 में 90 सेकेंड का है। विकेट बॉलर के खाते में नहीं जाता है।

शाकिब के आउट होने पर मैथ्यूज टाइम आउट का इशारा करते हुए

सोशल मीडिया पर हुई आलोचना
टाइम आउट भले ही नियमों के तहत आता है, लेकिन इसके लिए अपील करना आमतौर पर खेल भावना के विपरीत माना जाता है। इंटरनेशनल क्रिकेट में पहले भी ऐसे वाकये हुए हैं, जब फील्डिंग कप्तान अपील कर सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। ऐसे में सवाल उठता है कि शाकिब ने अपील क्यों की। इसके पीछे की वजह एक मैच जीतना और दूसरी लगातार श्रीलंका से राइवलरी है।


हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)


ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैंऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now