जानिए हर साल अगस्त-सितंबर में प्याज की कीमतें क्यों छूती हैं आसमान

भारत में प्याज की खपत भी ज्यादा है। भारत सरकार के एक आंकड़े के मुताबिक भारत में प्रति हजार व्यक्ति में से 908 लोग प्याज खाते हैं। करीब 100 करोड़ से ज्यादा लोग प्याज खाते हैं।

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प्याज (Onion Price Hike) की कीमतें फिर बढ़ने लगी हैं। देश में पिछले 10-12 दिनों में प्याज के दाम 10 रुपए प्रति किलोग्राम बढ़कर 35 रुपए किलो के आसपास हो चुके हैं। सरकार प्याज के दामों पर नियंत्रण के लिए इसके निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगा दिया है। सरकार चाहती है कि प्याज घरेलू बाजार में ही रहे. उसके दाम 25 रुपए किलो के आसपास रहें. सवाल लाजिमी है कि आखिर हर साल इस सीजन में प्याज क्यों महंगा होने लगता है।

इस बार क्यों बढ़ रहे प्याज के दाम
कर्नाटक, आंध्र, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से इस समय खरीफ के प्याज की उपज बाजार में आती है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में बारिश के चलते काफी फसल खराब हो गई है। भारी बारिश ने महाराष्ट्र में प्याज के पुराने स्टाक की क्वालिटी पर भी असर डाला। लिहाजा इनकी कीमतों में बढोतरी शुरू हो गई।

और क्या वजह हैं दाम बढ़ने की
बारिश और सूखा अगर वजह होती है तो बाढ़ से असर पड़ता है लेकिन बड़ा असर प्याज की गैरकानूनी तरीके से होर्डिंग होती है। हर साल त्योहारी सीजन से पहले जमाखोर प्याज की जमाखोरी करने लगते हैं। जिसकी वजह से प्याज की कीमतें बढ़ जाती हैं। प्याज के निर्यात में व्यापारियों को खासा फायदा होता है, लिहाजा वो इसका निर्यात करने को भी प्राथमिकता देते हैं।

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कब तक होंगे दाम सस्ते
भारत में प्याज की खेती के तीन सीजन है। पहला खरीफ, दूसरा खरीफ के बाद और तीसरा रबी सीजन। खरीफ सीजन में प्याज की बुआई जुलाई-अगस्त महीने में की जाती है। खरीफ सीजन में बोई गई प्याज की फसल अक्टूबर दिसंबर में मार्केट में आती है।

प्याज का दूसरे सीजन में बुआई अक्टूबर नवंबर में की जाती है। इनकी कटाई जनवरी मार्च में होती है। प्याज की तीसरी फसल रबी फसल है। इसमें दिसंबर जनवरी में बुआई होती है और फसल की कटाई मार्च से लेकर मई तक होती है। एक आंकड़े के मुताबिक प्याज के कुल उत्पादन का 65 फीसदी रबी सीजन में होती है।

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भारत में खपत के मुताबिक नहीं है उत्पादन

भारत में प्याज की खपत भी ज्यादा है। भारत सरकार के एक आंकड़े के मुताबिक भारत में प्रति हजार व्यक्ति में से 908 लोग प्याज खाते हैं। करीब 100 करोड़ से ज्यादा लोग प्याज खाते हैं। इस लिहाज से भारत में प्याज का उत्पादन कम है।भारत में 2.3 करोड़ टन प्याज का उत्पादन होता है। इसमें 36 फीसदी प्याज महाराष्ट्र से आता है। इसके बाद मध्य प्रदेश में करीब 16 फीसदी, कर्नाटक में करीब 13 फीसदी, बिहार में 6 फीसदी और राजस्थान में 5 फीसदी प्याज का उत्पादन होता है।

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बता दें, प्याज का मसला ऐसा है कि सरकारें तक चिंता में पड़ जाती हैं। हालांकि पिछले दो तीन महीने से टमाटर के दामों ने भी ऊंची छलांग लगाई और ये अपनी ऊंची कीमत के कारण आमलोगों के किचन से गायब हो गया। अब टमाटर के दाम गिरने लगे हैं लेकिन जब प्याज की कीमतें बढ़ती हैं तो ये राजनीतिक मुद्दा बन जाती हैं। अब सरकार नहीं चाहती हैं कि आगामी चुनावों में मंहगाई का असर उनके वोटों पर पड़े इसलिए सरकार हर संभव प्रयास में जुटी है कि सब्जियों की कीमते कंट्रोल में रहे।

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