हनुमानगढ़। जैसलमेर के चार युवा राधेश्याम पेमाणी, श्याम बिश्नोई, सुरेन्द्र चौधरी एवं कंवराज सिंह भाटी जिन्होंने अपना जीवन पर्यावरण, वन्य जीव तथा विशेष रूप से विलुप्त प्रजाति गोडावण के संरक्षण को समर्पित किया, उनके असमय निधन ने पूरे प्रदेश को शोकाकुल कर दिया है। इन कर्मठ, जागरूक और समर्पित युवाओं की कमी न केवल पर्यावरण संरक्षण आंदोलन के लिए, बल्कि सम्पूर्ण समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। इन्हीं पर्यावरण प्रेमी युवाओं की स्मृति में मानव उत्थान सेवा समिति, हनुमानगढ़ जंक्शन द्वारा भावपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समिति सदस्यों ने इन युवाओं की स्मृति में 30 पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की। प्रत्येक पौधे की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी लगाए गए ताकि ये वृक्ष सुरक्षित रूप से विकसित हो सकें और इन युवाओं की याद में हरित धरोहर बन सकें। पौधारोपण कार्यक्रम की शुरुआत पुलिस उपाधीक्षक रणवीर सिंह सांई के कर-कमलों से हुई। इस अवसर पर एसआई रचना बिश्नोई, लोकराज शर्मा, सुरेन्द्र सिंह सैनी, विपिन शर्मा, सुरेश महला, पृथ्वी सिंह गोदारा, राजाराम बिश्नोई, रमेश शाक्य, सुभाष माझु, अजय कुमार, अनिल जांदू, लादूसिंह भाटी और सार्थक शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। सभी ने संयुक्त रूप से पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अनुकरणीय पहल की।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने इन युवाओं के जीवन और उनके कार्यों को याद करते हुए बताया कि किस प्रकार उन्होंने अपने सीमित संसाधनों में भी गोडावण जैसी संकटग्रस्त प्रजाति के संरक्षण हेतु अथक प्रयास किए। उनकी यही लगन आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बन सकती है। मानव उत्थान सेवा समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि समिति भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता फैलाने और हरित भविष्य की नींव रखने का प्रयास करती रहेगी। यह श्रद्धांजलि स्वरूप पौधारोपण न केवल उन युवाओं के प्रति सम्मान का प्रतीक है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देता है कि सच्चे पर्यावरण प्रेमियों की स्मृति को जीवित रखने का सर्वोत्तम मार्ग प्रकृति के संरक्षण से होकर ही गुजरता है।
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