12,717 करोड़ का देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला, दिवालिया होगी नीरव मोदी की कंपनी

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न्यूयॉर्क: भारत में सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले के आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार डायमंड इंक ने अमेरिका में दिवालिया कार्रवाई के लिए आवेदन किया है। सोमवार को यह आवेदन न्यूयॉर्क के बैंकरप्सी कोर्ट में दिया गया। लिक्विडिटी और सप्लाई चेन की समस्या को इसकी वजह बताया गया है। नीरव मोदी और उसके मेहुल चौकसी पर 12,717 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। घोटाला सामने आने के बाद भारत में इनके सभी बैंक अकाउंट सीज कर दिए गए हैं। इनके स्टोर्स पर छापे मारकर करीब 6,000 करोड़ रुपए के हीरे, सोना और ज्वैलरी जब्त किए गए हैं।

बैंकरप्सी आवेदन में फायरस्टार की दो सहयोगी कंपनियों के भी नाम दिए गए हैं। ये हैं ए. जैफे इंक और फैंटासी इंक। ए. जैफे वेडिंग ज्वैलरी का बिजनेस करती है। आवेदन में कंपनी पर 325 करोड़ से 650 करोड़ रुपए तक की देनदारी बताई गई है। लेनदारों की संख्या 50 से 99 तक है। फायरस्टार डायमंड का हीरा कारोबार अमेरिका के अलावा यूरोप और मध्य पूर्व देशों में भी फैला है।

घोटाला बढ़ने की खबर से पीएनबी शेयरों में 12% गिरावट
नीरव मोदी ने 1999 में हीरा सप्लायर के तौर पर फायरस्टार डायमंड कंपनी खोली थी। कंपनी ने 2001 में ज्वैलरी मैन्युफैक्चरिंग शुरू की। फ्रेडरिक गोल्डमैन नाम की एक डायमंड ज्वैलरी कंपनी को खरीदकर यह अमेरिका के रिटेल मार्केट में उतरी थी। 2009 में इसका विस्तार करते हुए बेल्जियम में यूनिट खोली। 2010 में नीरव मोदी अल्ट्रा-लक्जरी डायमंड ज्वैलरी ब्रांड लांच किया।

डायमंड-ज्वैलरी से जुड़े सभी अकाउंट की जांच कर रहे बैंक
पीएनबी घोटाले के बाद बैंक डायमंड और ज्वैलरी से जुड़े सभी अकाउंट की जांच कर रहे हैं। वे यह तहकीकत भी कर रहे हैं कि ज्वैलर राउंड ट्रिपिंग तो नहीं कर रहे। इसमें एक ही सामान को बार-बार आयात करके निर्यात कर दिया जाता है। आयात के लिए बैंक से सस्ता कर्ज मिल जाता है। एक्सपोर्ट कंपनी एशियन स्टार के एमडी विपुल शाह के अनुसार 5 साल पहले इस इंडस्ट्री को कर्ज मुश्किल से मिलता था। अब फिर यह समस्या आएगी। जेम्स-ज्वैलरी सेक्टर को बैंकों ने करीब 70,000 करोड़ रु. का कर्ज दे रखा है। इसमें से 2.9% एनपीए है।

कंपनियां रफ डायमंड खरीदने के लिए बैंक से शॉर्ट टर्म कर्ज लेती हैं। कटिंग-पॉलिशिंग के बाद इन्हें बेचकर कर्ज चुकाती हैं। लेकिन अब बैंक यह कर्ज देने से कतरा रहे हैं। स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने 2016 में ही डायमंड फाइनेंसिंग बिजनेस से निकलने की घोषणा की थी। तब वह इंडस्ट्री का दूसरा बड़ा फाइनेंसर था। 2013 में विनसम डायमंड को बैंकों ने डिफॉल्टर घोषित किया। इस पर 6,800 करोड़ का कर्ज था। पिछले साल श्री गणेश ज्वैलरी के प्रमोटर 2,200 करोड़ की धोखाधड़ी में गिरफ्तार किए गए।

फायरस्टार डायमंड पर 650 करोड़ रुपए तक की देनदारी घोटाले का आकार बढ़ने की खबर आने के बाद मंगलवार को पीएनबी के शेयरों में तेज गिरावट आई। बीएसई में शेयर 12.11% गिरावट के साथ 98.35 रुपए पर बंद हुए। दिन के कारोबार में ये 96.10 रुपए तक चले गए थे। 14 फरवरी को घोटाला उजागर होने के बाद मात्र 10 कारोबारी दिनों में 64% गिरावट आ चुकी है। मेहुल चौकसी की गीतांजलि जेम्स भी इस दौरान 64% गिरी है। मंगलवार को शेयर 5% गिरकर 22.45 रुपए पर आ गए।

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