– प्रार्थी मूल राशि चुकाने को तैयार, बैंक की धमकियों से परेशान
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जिले के फतेहगढ़ खिलेरीबास के काश्ताकारों ने जिला कलेक्टर से आग्रह किया है कि उनके दिवंगत पिता द्वारा लिए गए कृषि ऋण की मूल राशि जमा करवाने की अनुमति दी जाए और अत्यधिक बढ़ाए गए ब्याज को माफ किया जाए। प्रार्थी का आरोप है कि बैंक द्वारा ब्याज की राशि अनावश्यक रूप से बढ़ाई जा रही है और लगातार उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हंसराज के पिता बीरबल राम ने वर्ष 2015 में राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक, शाखा फतेहगढ़ से पांच लाख रुपये का कृषि ऋण लिया था। ऋण लेने के बाद उन्होंने समय-समय पर ब्याज का भुगतान किया, परंतु 24 जून 2022 को उनका निधन हो गया। बीरबल राम के आठ संतानें हैं दृ पांच बेटे और तीन बेटियां दृ जो कुल 15 बीघा जमीन पर खेती करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। हंसराज का कहना है कि हाल के वर्षों में खराब मौसम और सूखे के कारण खेती की हालत अत्यंत खराब रही है। ऐसे में परिवार को रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने में भी कठिनाई हो रही है। इसी बीच बैंक की ओर से दिनांक 7 मई 2025 को एक रजिस्टर्ड नोटिस भेजा गया, जिसमें ₹14,46,767.50 की बकाया राशि दर्शाई गई। जब हंसराज बैंक पहुंचे तो बैंक अधिकारियों ने ₹16 लाख जमा कराने की बात कही और जमीन कुर्क करने व पूरे गाँव में ढोल बजाकर बदनाम करने की धमकी दी। प्रार्थी ने जिला कलेक्टर से गुहार लगाई है कि वह बैंक को निर्देश दें कि किसान से केवल ऋण की मूल राशि ली जाए और बढ़ा हुआ ब्याज माफ किया जाए, ताकि वह आर्थिक संकट से उबर सके और मानसिक शांति पा सके। हंसराज का कहना है कि वह मूल राशि चुकाने को तैयार हैं, परंतु अत्यधिक ब्याज देना संभव नहीं है। इस मौके पर जिला परिषद डायरेक्टर मनीष मक्कासर, हंसराज, चेतराम, रामराम, जेलाराम, भूराराम व अन्य काश्तकार मौजूद थे।
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