विवादों में आया Google, जानिए क्यों लग सकता है 20 हजार करोड़ का जुर्माना

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ब्रसेल्स: यूरोपियन यूनियन गूगल पर इस हफ्ते 20 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना लगा सकता है। आरोप है कि गूगल फोन बनाने वाली कंपनियों को अपना एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर तो फ्री में देती है, लेकिन इसके बदले अपने वेब ब्राउज़र और सर्च इंजन इंस्टॉल करने के लिए मजबूर करती है। यूरोपियन कंपनियों ने शिकायत की थी कि गूगल के दबाव में फोन निर्माता दूसरी कंपनियों के सर्च इंजन और ब्राउज़र इंस्टॉल नहीं करते हैं। गूगल ने कहा है कि वह फोन निर्माताओं पर कोई दबाव नहीं डालती है।

यूरोपियन कमीशन को गूगल के सालाना टर्नओवर के 10% तक जुर्माना लगाने का अधिकार है। पिछले साल टर्नओवर 110 अरब डॉलर था। यानी गूगल पर 11 अरब डॉलर (75,000 करोड़ रु.) तक का जुर्माना लग सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इतना जुर्माना शायद ही लगे। पर यह पिछले साल के 2.8 अरब डॉलर (19,000 करोड़ रु.) से ज्यादा होगा। तब आरोप था कि सर्च के नतीजों में गूगल अपने विज्ञापनों को प्राथमिकता से दिखाती है।

एंड्रॉयड के साथ ईमेल, गूगल मैप, सर्च और ब्राउजर लेना जरूरी
एंड्रॉयड आधारित जो फोन निर्माता गूगल प्ले स्टोर इनस्टॉल करना चाहते हैं, उन्हें मजबूरन गूगल के दूसरे ऐप भी इंस्टॉल करने पड़ते हैं। गूगल इसे बंडल्ड सर्विस के दौर पर देती है। इनमें सर्च, वेब ब्राउज़र, ईमेल और गूगल मैप शामिल हैं।

यूरोप में गूगल का बिजनेस
74% हिस्सेदारी एंड्रॉयड फोन की स्मार्टफोन मार्केट में
97% मार्केट शेयर है मोबाइल फोन पर सर्च इंजन में
64% बाजार हिस्सेदारी है इसके क्रोम वेब ब्राउज़र की
(स्रोत : स्टैट काउंटर, ईमार्केटर)

रूस में भी गूगल को देना पड़ा था जुर्माना, मार्केट शेयर भी घटा
रूस में भी गूगल पर ऐसा आरोप लगा था। वहां भी कंपनी को जुर्माना देना पड़ा था। वहां रेगुलेटर के कहने पर एंड्रॉयड फोन में रूसी सर्च इंजन यांडेक्स इंस्टॉल किया जाने लगा तो गूगल का मार्केट शेयर 63% से घटकर 52% रह गया।
फोन कंपनियों के साथ समझौता खत्म करने को कहा जा सकता है

गूगल को फोन निर्माताओं के साथ समझौता खत्म करने के लिए कहा जा सकता है। इससे बाजार में गूगल के ऐप के बिना एंड्रॉयड फोन आ सकते हैं। इससे माइक्रोसॉफ्ट के बिंग और फायरफॉक्स जैसे सर्च इंजन को बढ़ावा मिलेगा।
2018 में एक-तिहाई मोबाइल ऐड एंड्रॉयड आधारित फोन पर ही होंगे। गूगल को इसका बड़ा फायदा मिलेगा।

अमेरिका-यूरोप झगड़ा बढ़ने का अंदेशा
2017 में अमेरिकी कंपनियों पर यूरोप में लगाया गया जुर्माना
गूगल 19,000 करोड़ रु.
इंटेल 7,500 करोड़ रु.
क्वालकॉम 6,800 करोड़ रु.
माइक्रोसॉफ्ट 3,400 करोड़ रु.

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