लास वेगास में 9/11 के बाद अब तक सबसे बड़ा नरसंहार, गन कल्चर पर छिड़ी फिर बड़ी बहस

50 साल में अमेरिका में बंदूकों ने 15 लाख से ज्यादा जान ले लीं। इसमें मास शूटिंग और मर्डर संबंधित 5 लाख मौतें हुई हैं। बाकी सुसाइड, गलती से चली गोली और कानूनी कार्रवाई में जानें गई हैं।

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लास वेगास: अमेरिका के लास वेगास में 9/11 के बाद अब तक सबसे बड़ा नरसंहार हुआ है। 64 साल के बुजुर्ग ने म्यूजिक फेस्टिवल में आए लोगों पर अंधाधुंध गोली बरसाईं। इससे 58 लोगों की मौत हो गई। 500 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। इस हिंसा के बाद अमेरिका में गन कल्चर पर बहस छिड़ गई है। क्योंकि सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक अमेरिका में बंदूकों से हर साल औसतन 12 हजार मौतें हो रही हैं।

बीते 50 साल में अमेरिका में बंदूकों ने 15 लाख से ज्यादा जान ले लीं। इसमें मास शूटिंग और मर्डर संबंधित 5 लाख मौतें हुई हैं। बाकी सुसाइड, गलती से चली गोली और कानूनी कार्रवाई में जानें गई हैं। दरअसल अमेरिका में हथियार रखना बुनियादी हकों में आता है। आसानी से लोग स्टोर से हथियार खरीद लेते हैं। लिहाजा लोग गन पॉलिसी बनाने की मांग कर रहे हैं। पर अमेरिकी गन इंडस्ट्री सालाना 91 हजार करोड़ रुपए का रेवन्यू जेनरेट करती है।

लिहाजा अमेरिका की शक्तिशाली हथियार लॉबी भी हथियारों पर नियंत्रण के प्रयासों का विरोध कर रही है। ये लॉबिंग चुनावों में राजनीतिक दलों को फंडिंग करते हैं। बराक ओबामा ने दो साल पहले बच्चे के स्कूल में गोलीबारी के बाद गन पॉलिसी बनाने की मांग की थी। लेकिन संसद में 70 फीसदी सांसद ने इसका विरोध किया। लिहाजा कोई कानून आज तक नहीं बन सका। दूसरी तरफ सत्ता में आने से पहले ट्रंप भी हथियार समर्थक रुख दर्शाते रहे। बीते साल ऑरलैंडो के नाइटक्लब की घटना के बाद उन्होंने कहा था कि यदि क्लब के पास हथियार होते तो बहुत से लोगों को मरने से बचाया जा सकता था।

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विदेशी मीडिया में बहस:

  • बीबीसी  अमेरिका के गन कल्चर पर सवाल उठाए। लिखा कि क्यों अमेरिकी नागरिकों को बंदूकों से इतना प्यार है। वह इस मामले में दुनिया में सबसे आगे क्यों है।
  • फॉक्स न्यूज वेगासइन शॉक शीर्षक से अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी गोलीबारी की घटना बताया है। हमलावर ने 58 जानें लेने के बाद खुदकुशी कर ली।
  • द सन: फेसऑफ एविल शीर्षक के साथ अमेरिका के बंदूक प्रेम पर सवाल उठाए हैं। कहा गया है कि अमेरिका को इस तरह के हमले रोकने लिए सख्त गन पॉलिसी बनानी चाहिए।

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बंदूकों की हिंसा से सालाना 20 हजार करोड़ का नुकसान 
हथियारोंसे होने वाली हिंसा और मौतों से 20 हजारक करोड़ रुपए का नुकसान हुआ 2012 में। यह जीडीपी का 1.4 फीसदी हिस्सा है।

गन कल्चर खत्म करने के लिए ओबामा रो पड़े थे पर संसद:
दो साल पहले ऑरेगॉन के कॉलेज में नौ लोगों की हत्या के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा रो तक पड़े थे। उन्होंने कहा था कि अगर आज हमने कदम नहीं उठाया तो ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी। जब भी मैं उन बच्चों के बारे में सोचता हूं, पागल हो जाता हूं। हम सब को संसद में गन पॉलिसी लानी चाहिए। लेकिन अमेरिकी कांग्रेस के 70 फीसदी सांसद हथियारों की समर्थक थे। लिहाजा ओबामा बेबस रहे।

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अमेरिका में करीब 31 करोड़ हथियार हैं

  • दुनिया भर की कुल सिविलियन गन में से 48 फीसदी सिर्फ अमेरिकियों के पास। करीब 31 करोड़ हथियार हैं अमेरिकन के पास। अमेरिकी लोग अपने पास बंदूक रखते हैं। इनमें से 66% लोग एक से ज्यादा बंदूक रखते हैं।
  • हर साल एक करोड़ से ज्यादा रिवॉल्वर, पिस्टल जैसी बंदूकें यहां बनती हैं।
  • अमेरिका में बंदूक बनाने वाली इंडस्ट्री का सालाना रेवेन्यू 91 हजार करोड़ रुपए का है। 2.65 लाख लोग इस कारोबार से जुड़े हुए हैं। अमेरिकी इकोनॉमी में हथियार की बिक्री सें 90 हजार करोड़ रुपए आते हैं।

अबतक के बड़े हमले-

1966 टेक्सास की यूनिवर्सिटी में हमला – टेक्सास के ऑस्टिन में पूर्व मरीन चार्ल्स जोसेफ ने 18 लोगों की हत्या कर दी थी। बाद में पुलिस ने उसे मार गिराया था। उसने भी टावर से छात्रों पर गोलियां बरसाईं थी।

20 बच्चों समेत 26 लोगों की हत्या-14 दिसंबर 2012- न्यूटन के एलिमेंट्री स्कूल में एडम लैंजा नामक हमलावर ने अपनी मां, 20 बच्चों समेत 26 लोगों को मार डाला था। बाद में उसने खुद को भी गोली मार ली थी।

वर्जीनिया में 32 लोगों की हत्या- 16 अप्रैल 2007- वर्जीनिया के वर्जिनिया टेक में 23वर्षीय छात्र सिउंग-हू चो ने दो जगह गोलीबारी कर 32 लोगों को मार डाला था। उसके बाद खुद को भी गोली मार ली थी।

23 लोगों को मारा, खुदकुशी की- 16 अक्टूबर 1991- टेक्सास के किलीन में जॉर्ज हेनार्ड नाम के एक सिरफिरे युवक ने 23 लोगों की सरेराह हत्या कर दी थी। उसने खुद को भी गोली मार ली थी।

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