‘मरने पर कोई जुदा नहीं करेगा..’ लिखकर की आत्महत्या, जानिए क्या है मामला

601
3050

उत्तरप्रदेश: ‘हम प्रेम में एकसाथ जी नहीं सके लेकिन एकसाथ मर तो सकते हैं..’ ये फिल्मी लाइन नहीं बल्कि दो प्रेमियों की आत्महत्या से पहले लिखें गए सुसाइड नोट की चंद लाइन्स हैं जिससे ये हकीकत निकलकर सामने आती है कि 21वीं सदी में भी प्रेम को ऐसी परीक्षा से गुजरना पड़ता है।

ये मामला पीलीभीत के बरखेड़ा इलाके के जगीपुर गांव की है। जहां प्रेमी युगल के शव एक ही साड़ी के दोनों किनारों से बने दो फंदों पर लटके मिले। जहां ये शव मिले वो प्रेमी का मकान था। काफी देर बाद भी दरवाजा न खुलने पर प्रेमी के परिवार वालों ने सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची यूपी 100 पुलिस सीढ़ी लगाकर कमरे में पहुंची तो दोनों के फंदे पर लटके शव देख दंग रह गई।

मृतक जगीपुर गांव निवासी 22 वर्षीय युवती और 30 वर्षीय अवधेश कुमार है। लड़के के भाई ने बताया कि अवधेश और मृतक लड़की आरती दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे लेकिन उनका प्यार घरवालों को मंजूर नहीं था। जिसके चलते अवधेश की शादी करवा दी लेकिन उन दोनों का प्यार कम नहीं हुआ।

बताया जा रहा है कि अवधेश की छह साल पहले शादी हो गई थी। उसके एक डेढ़ साल की बेटी आयशा है। तीन दिन पहले ही उसने ससुराल वालों को बुलाकर पत्नी व बेटी को मायके भेज दिया था। इधर, आरती की शादी आठ मार्च को हुई थी। वह दस मार्च को विदा होकर मायके आई थी। इसके बाद दोनों ने फांसी लगा ली। जबकि आरती के परिवार वाले हत्या का आरोप लगा रहे हैं। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

आरती ने छोड़ा सुसाइड नोट
पुलिस ने बताया प्यार भरी चंद लाइनें लिखकर आरती और अवधेश ने साइन किए हैं। सुसाइट नोट में लिखा है कि साथ में जीने नहीं दिया लेकिन साथ मर तो सकते हैं। इसके बाद दोनों ने साड़ी से फांसी लगा ली।

ये भी पढ़ें:
युवा भारत का नौजवान कर्जदार
दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट से लेकर ये 11 बॉलीवुड स्टार्स जो नहीं है भारत के नागरिक
वायरल VIDEO में दावा, एयरस्ट्राइक में मारे गए थे 200 आतंकी, पर यूं गायब हुई लाशें!
अगर आपको भी ये गंदा काम करने की आदत, तो अभी छोड़ दे, वरना होगा ये नुकसान
अगर आपका भी अचानक WhatsApp बंद हो गया है, तो ये है उसके पीछे का बड़ा कारण

ताजा अपडेट के लिए लिए आप हमारे फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here