इन 5 योजनाओं के कारण देश अरूण जेटली को हर पल याद करेगा….

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नई दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) का आज शनिवार को एम्स में निधन हो गया है। निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। कुछ दिन पहले ही बीजेपी ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को खोया था और अब जेटली को।

अरुण जेटली की निधन की खबर मिलते ही, बीजेपी ने तमाम कार्यों और यात्राओं को स्थगित कर दिया है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि अरूण जेटली एक भी लोकसभा चुनाव अपने राजनीतिक सफर में नहीं जीते हैं लेकिन इसके बाद भी वह चाहे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार हो या नरेंद्र मोदी की वे हमेशा प्रधानमंत्री के भरोसेमंद मंत्रियों में रहे। चलिए एक नजर डालते हैं मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में अरुण जेटली की बड़ी भूमिका पर…जिनके लिए हमेशा उन्हें याद किया जाएगा।

जीएसटी (GST)
जीएसटी तो आपको याद होगा, जिससे समझने के लिए करोड़ों भारतीयों के पसीने आ गए थे। जीएसटी का मतलब है एक राष्ट्र, एक टैक्स। पिछली सरकारों में इसपर केवल चर्चा हुई थी, लेकिन इसे लागू मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्तमंत्री रहे अरुण जेटली ने किया। इसका काफी विरोध किया गया।  लेकिन अरूण जेटली ने हर आलोचना का जमकर सामना किया। आपको बता दें, जीएसटी सिस्टम लागू होने से अब सभी वस्तुओं के लिए अब अलग-अलग टैक्स नहीं देना पड़ता है। इससे पहले 1991 में अर्थव्यवस्था को लेकर उदारीकरण का बड़ा फैसला लिया गया था। जीएसटी वित्तीय क्षेत्र में सुधार को लेकर सबसे बड़ा कदम है, जिसे लागू करवाने को लेकर अरुण जेटली को हमेशा याद किया जाएगा।

नोटबंदी:
कौन भूल सकता है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को अचानक टीवी स्क्रीन पर आना और नोटबंदी की घोषणा करना है। इस दौरान 1000 और 500 रूपये को प्रतिबंधित कर दिया गया था। बताया जाता है कि नोटबंदी की रणनीति को बड़े गोपनीय तरीके से तैयार किया था। जिसके जानकारी रिर्जव बैंक को खुद घोषणा से 4 घंटे पहले मिली थी। नोटबंदी का उद्देश्य कालधन पर लगाम लगाना था। जिसकी पूरी योजना अरूण जेटली ने तैयार की थी।

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आयुष्मान भारत
मोदी सरकार ‘आयुष्मान भारत योजना’ को एक बड़ी उपलब्धि बता रही है। अरुण जेटली ने 2018-19 के लिए आम बजट पेश करते हुए इस योजना की शुरुआत की थी। आयुष्मान योजना के तहत आने वाले परिवारों को 5 लाख रु. तक का नकदी रहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है। सरकार की मानें तो देश में 10 करोड़ परिवारों के 50 करोड़ सदस्यों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

जनधन योजना
जनधन योजना की वजह से आज देश में 35.39 करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते खुले हैं। जिसका श्रेष्य अरूण जेटली को जाता है। इस योजना की शुरूआत साल 2014 में हुई थी। कहा जाता है कि अरूण जेटली की सफल रणनीति की वजह से ही आज मोदी सरकार इस योजना को अपनी बड़ी उपलब्धि है।

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सुकन्या समृद्धि योजना
अरुण जेटली ने 2018-19 के बजट भाषण में कहा था कि जनवरी, 2015 में शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना काफी सफल रही है।  इस योजना के तहत 10 साल से कम उम्र की बच्ची के लिए निवेश किया जाता है। इस योजना को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम के तहत लॉन्च किया गया है। कोई भी अपनी 10 साल से कम उम्र की बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के तहत महज 250 रुपए जमाकर अकाउंट खुलवा सकता है।

ऐसे तो अरूण जेटली ने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में कई योजनाओं की शुरूआत की थी। लेकिन ये योजनाएं वो हैं जो हमेशा चर्चा में रही और लोगों ने इनका फायदा और नुकसान दोनों को अच्छे से जाना। मई 2019 में अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कह दिया था कि वे नई सरकार में शामिल नहीं हो पाएंगे। जिसकी वजह उनका कैंसर था जिसकी वजह से वह काफी समय से जूझ रहे थे।

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