इस वकील का दावा- मेरे पास आया था CJI रंजन गोगोई को बदनाम करने का ऑफर, पढ़ें क्या है मामला

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नई दिल्ली: चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने से एकबार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। हालांकि चीफ जस्टिस ने सभी आरोपों को निराधार बताया। अब इस मसले में सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि चीफ जस्टिस को बदनाम करने के लिए उनके पास भी कुछ लोग (फिक्सर) आए थे और उन्हें रिश्वत देने की कोशिश की थी।

सुप्रीम कोर्ट के वकील उत्सव बैंस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया है कि उन्हें चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न की ऐसी जबरदस्त कहानी गढ़ने का ऑफर आया था, जिससे सीजेआई को इस्तीफा देने पर मजबूर होना पड़े।

फेसबुक पर लिखे गए इस पोस्ट में उत्सव ने दावा किया है कि फिक्सरों की मांग ठुकराने के बाद उन्होंने ये पूरा मामला चीफ जस्टिस को बताने का प्रयास किया, इसके लिए वो चीफ जस्टिस के आवास पर भी गए लेकिन वो उस वक्त घर पर मौजूद नहीं मिले। बैंस ने बताया कि इसकी डिटेल्स भी खंगाली जा सकती हैं। सीजेआई पर आरोप के बाद ये पूरा मामला शनिवार को कोर्ट की सुनवाई के बाद सामने आया था।

सुप्रीम कोर्ट में हुई विशेष सुनवाई के दौरान सीजेआई गोगोई ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की पूर्व महिला कर्मचारी के आरोप अविश्वसनीय हैं और यह सीजेआई कार्यालय को निष्क्रिय करने के लिए कुछ बड़ी ताकतों द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा है। गोगोई ने कहा कि वह इन आरोपों का खंडन करने के लिए भी इतना नीचे नहीं गिरेंगे।

यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला के हलफनामे की कॉपी सुप्रीम कोर्ट के 22 न्यायाधीशों के आवास पर भेजे जाने के बाद शनिवार को इसके सार्वजनिक होने पर जस्टिस गोगोई की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय विशेष पीठ गठित की गई। महिला ने अपने हलफनामे में कथित छेड़छाड़ की दो घटनाओं का जिक्र किया है।

इस आरोपों पर चीफ जस्टिस ने कहा है कि इसके पीछे कोई न कोई बहुत बड़ी ताकत होगी। चीफ जस्टिस के इस दावे के बाद अब सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील ने सीजेआई के खिलाफ साजिश की योजना का पर्दाफाश किया है।

आरोपों पर रंजन गोगोई का बयान
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इन आरोपों का जवाब देने के लिए इतना नीचे उतरना चाहिए’। सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि न्यायपालिका खतरे में है। अगले हफ्ते कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई होनी है, इसीलिये जानबूझकर ऐसे आरोप लगाए गए। सीजेआई ने कहा कि क्या चीफ जस्टिस के 20 सालों के कार्यकाल का यह ईनाम है? 20 सालों की सेवा के बाद मेरे खाते में सिर्फ  6,80,000 रुपये हैं। कोई भी मेरा खाता चेक कर सकता है।

रंजन गोगोई ने दिए कई अहम फैसले
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई कई अहम फैसले दे चुके हैं। चुनाव के दौरान उम्मीदवारों को संपत्ति, शिक्षा व चल रहे मुकदमों का ब्योरा देने के लिए आदेश देने वाली पीठ में रंजन गोगोई भी शामिल थे। मई 2016 में जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस पीसी पंत की पीठ ने मुंबई हाईकोर्ट के 2012 के उस ऑर्डर को निरस्त कर दिया था, जिसमें कौन बनेगा करोड़पति शो से अमिताभ की कमाई के असेसमेंट पर रोक लगाई गई थी।

दरअसल इनकम टैक्स विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर आरोप लगाया था कि 2002-03 के दौरान हुई कमाई पर अमिताभ ने 1.66 करोड़ रुपये कम टैक्स चुकाया था. इसके अलावा उन्होंने हाल ही में अयोध्या जमीन विवाद पर मध्यस्थता समेत कई बड़े फैसले सुनाये हैं।

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