दिल्ली में श्रद्धा जैसा एक और मर्डर, शव के टुकड़े कर फ्रिज में रखा, देखें वारदात का पूरा वीडियो

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Pandav Nagar Murder Case: दिल्ली में श्रद्धा मर्डर जैसी एक और वारदात को अंजाम दिया गया है। इस हत्याकांड को एक मां-बेटे ने मिलकर किया है। सोमवार को ही 2 CCTV फुटेज सामने आए। इसमें बेटा बैग में टुकड़े ले जाता दिखाई दे रहा है और मां भी पीछे दिख रही है। पुलिस ने कुछ फोटोज भी जारी किए हैं, जो मृतक के बॉडी पार्ट्स के हैं। पुलिस ने 6 टुकड़े बरामद किए हैं। इनमें सिर भी है।

दिल्ली पुलिस ने सोमवार दोपहर इस मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बताया कि जिसकी हत्या की गई उसका नाम अंजन दास है, जो त्रिलोकपुरी में रहता था। हत्या की आरोपी महिला का नाम पूनम है, वह अंजन की दूसरी पत्नी है। बेटे का नाम दीपक है, जो अंजन का सौतेला बेटा है। मां और बेटे को अरेस्ट कर लिया गया है।

बताया जा रहा है कि बेटे ने माँ के साथ मिलकर पिता की हत्या का अंजाम दिया और फिर शव को काट कर फ्रीज में रख दिया। आरोपी मां-बेटे ने अलग-अलग दिन आकर चांद सिनेमा के सामने स्थित ग्राउंड में आधी रात के बाद शव  के टुकड़ों को ठिकाने लगाया।

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बहू-बेटी पर बुरी नजर रखता था-
बहू-बेटी पर बुरी नीयत का शक होने पर पूनम और दीपक ने मार्च-अप्रैल में हत्या की साजिश रची। 30 मई को दोनों ने अंजन को शराब पिलाई। जिसमें नींद की गोलियां मिली थीं। बेहोश होने के बाद अंजन के गले और शरीर के कई हिस्सों पर चाकू से वारकर हत्या कर दी।

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हत्या के बाद पूरी रात इन दोनों ने शव को वहीं छोड़ दिया। अगले दिन घर से खून साफ किया। फिर लाश के 10 टुकड़े किए। इन्हें फ्रिज में रखा। पूनम और दीपक रोज रात को ये टुकड़े बैग में भरकर पांडव नगर और आसपास के इलाकों में फेंकने जाते थे। 8-10 दिन तक ये सिलसिला चला। हत्या के बाद जब टुकड़े फ्रिज में रखे गए थे, तब घर में पेंट करवाया ताकि बदबू को दबाया जा सके। अंजन के सिर को गड्ढा बनाकर गाड़ दिया। पुलिस ने बताया कि अंजन के घरवाले बिहार में रहते हैं। अंजन का DNA टेस्ट करवाने के लिए भी पुलिस टीम वहां भेजी जाएगी।

पुलिस को कैसे मिली बॉडी-
5 जून को दिल्ली पुलिस पांडव नगर में पेट्रोलिंग कर रही थी। इस दौरान झाड़ियों से बदबू आने पर पेट्रोलिंग टीम ने थाने में जानकारी दी। आसपास सर्च करने पर टीम को एक बैग में इंसानी शव के टुकड़े मिले।शव के टुकड़े बुरी तरह सड़ चुके थे और इस वजह से इनकी पहचान मुश्किल हो गई थी। जांच अधिकारी ने आसपास के थानों में जाकर पता किया तो कोई गुमशुदा नहीं था।

यूपी और आसपास के राज्यों में भी पुलिस थानों में रिकॉर्ड की पड़ताल की गई।इस दौरान अंजन दास के 5-6 महीने से लापता होने की खबर मिली। पता चला कि वह त्रिलोकपुरी में पूनम और दीपक के साथ रहता था। इन दोनों ने अंजन के गायब होने की रिपोर्ट भी कहीं नहीं की थी। जब पूनम और दीपक से इस बारें में जानकारी ली गई तो वारदात की कहानी सामने आयी।

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