इस पत्रकार ने किया था बाबा राम रहीम की काली करतूतों का पर्दाफाश, देखें तस्वीरें

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पंजाब: साध्वी से रेप केस मामले में पंचकूला सीबीआई कोर्ट ने बाबा राम रहीम को दोषी करार दिया है। फैसले के बाद डेरा समर्थकों 28 अगस्त को कोर्ट फैसला सुनाएगी। इन सबके बीच हम आपको उस पत्रकार के बारें में बता रहे हैं जिसके कारण आज से कई साल पहले ही बाबा राम रहीम की करतूतों का पर्दाफाश किया था।

बता दें कि सीबीआई कोर्ट में रेप केस के अलावा बाबा राम रहीम पर एक पत्रकार राम चंदेर छत्रपति की हत्या से जुड़ा मामला भी चला। यह वही पत्रकार है, जिसने सिरसा में हुए दो साध्वियों के साथ रेप की खबर अपने अखबार ‘पूरा सच’ में छापी थी।

इस खबर के प्रकाशित होने के बाद अक्टूबर 24, 2002 में छत्रपति की घर के बाहर कुछ अज्ञात लोगों ने गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई। जिसके बाद छत्रपति का बेटा अंशुल अपने पिता को न्याय दिलाने के लिए लड़ता रहा। फिलहाल कोर्ट ने अभी तक यौन शोषण मामले में ही फैसला सुनाया है। अभी बाकी केसों की सुनावाई बाकी है।

ram rahim Pura Sach

बताते चले जिस गुमनाम चिट्ठी को पत्रकार छत्रपति ने अपने अखबार में छापा था, वह चिट्ठी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, चीफ जस्टिस पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट, समेत कई संस्थानों में भेजी थी। तीन पेज की चिट्ठी में अज्ञात महिला ने गुरमीत राम रहीम के सिरसा आश्रम में चल रहे महिलाओं के शोषण की कहानी को बयां किया था।

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इसके बाद पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने इस चिट्ठी का संज्ञान लेते हुए सिरसा के डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज को इसकी जांच कराने का आदेश दिया। जिसके बाद जज ने यह जांच सीबीआई को सौंपी। फिर दिसंबर 12, 2002 को सीबीआई की चंडीगढ़ यूनिट ने इस मामले में धारा 376, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज करते हुए इन्वेस्टीगेशन की।

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डर के मारे घर में लगवाया CCTV कैमरा

पिछले 15 साल से इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे अंशुल के चेहरे में संघर्ष और चिंता का भाव साफ देखा जा सकता है। बाबा राम रहीम के खिलाफ कोर्ट के फैसले से पहले अंशुल ने अपने घर पर सीसीटीवी कैमरे लगवा लिए हैं। जब उनसे पूछा गया कि आपने सीसीटीवी कैमरे क्यों लगवाएं है तो उन्होंने बताया कि कल फैसला आने वाला है, ऐसे में यह जरूरी है। डेरा चीफ के खिलाफ ना सिर्फ पूरा सच अखबार के संपादक रामचंदेर छत्रपति की हत्या बल्कि डेरा के एक पुराने सदस्य की हत्या का भी आरोप 2002 में लगा था। इस व्यक्ति पर आरोप था कि उसने डेरा के सिरसा स्थित मुख्यालय में गलत कामों को उजागर किया था, जिसमें महिलाओं के साथ यौन शोषण बड़ा मुद्दा था।

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