बूढ़ा हो रहा है देश का साक्षर राज्य केरल, डेमोग्राफी में चौंकाने वाला बदलाव, जानें कारण?

2016 में 18,428 नौजवानों ने केरल छोड़ा था। 2023 में यह आंकड़ा बढ़कर 41,139 हो गया। इनमें ज्यादातर वो हैं, जिन्होंने 17 की उम्र के बाद घर छोड़ा। इसी तरह, जो प्रजनन दर 1961 से 1971 तक 5 के आसपास थी

0
185

Voters In Kerala: देश का साक्षर राज्य केरल अब बूढ़ा हो रहा है। चुनाव आयोग के मुताबिक राज्य की डेमोग्राफी में चौंकाने वाला बदलाव हो रहा है।  यहां बुजुर्गों और नौजवानों की आबादी में जबरदस्त अंतर आया है। चुनाव आयोग के मुताबिक राज्य में 18-19 साल के युवाओं की तुलना में 80 से अधिक उम्र के बुजुर्ग वोटर्स की संख्या 57% ज्यादा है।

जनसांख्यिकी विशेषज्ञों की मानें तो सबसे ज्यादा 96.2% साक्षरता वाले केरल में बुजुर्गों की संख्या बढ़ने की तीन बड़ी वजह हैं। पहली- नौजवानों का केरल छोड़ना। दूसरी- प्रजनन दर में गिरावट और तीसरी- औसत जीवन प्रत्याशा अधिक होना।

घट रही है आबादी
मध्य केरल में ईसाई आबादी भी लगातार घट रही है। घर छोड़ने के ट्रेंड ने क्रिश्चियन बहुल तीन जिलों कोट्टायम, इडुक्की और पथानमथिट्टा को युवाओं से लगभग वीरान कर दिया है। यहां अकेले रह रहे माता-पिता की संख्या अब ज्यादा है।

ये भी पढ़ें: क्या है Vote from Home? जानिए घर बैठे कैसे उठा सकते हैं इस सुविधा का लाभ

2011 की जनगणना के अनुसार केरल में हिंदू 54.7%, मुस्लिम 26.6% और ईसाई 18.4% हैं। सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज के डॉ. केसी जकारिया बताते हैं कि 2001-2011 तक तीनों धर्मों में आबादी बढ़ी, लेकिन 14 में से 4 जिलों में ईसाइयों की आबादी घटी।

ये भी पढ़ें: ताइवन में 25 साल का सबसे तेज भूकंप, वीडियो देख कांप जाएंगे आप

यूथ जल्दी छोड़ रहा हैं देश
पासपोर्ट कार्यालय के मुताबिक राज्य के युवा बाहर पढ़ाई और जॉब के लिए जा रहे हैं। 2016 में 18,428 नौजवानों ने केरल छोड़ा था। 2023 में यह आंकड़ा बढ़कर 41,139 हो गया। इनमें ज्यादातर वो हैं, जिन्होंने 17 की उम्र के बाद घर छोड़ा। इसी तरह, जो प्रजनन दर 1961 से 1971 तक 5 के आसपास थी, वो अब 1.5% है। जबकि देश में यह औसत 2 है। यानी प्रति परिवार 2 से भी कम बच्चे पैदा हो रहे। जबकि यहां महिला वोटरों की संख्या (1.39 करोड़) पुरुषों से 8.94 लाख ज्यादा है। इसके अलावा, आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट के मुताबिक यहां औसत उम्र 75 साल है, जबकि देश में 70 साल। यानी यहां लोग लंबा जी रहे हैं।

ये भी पढ़ें: New Voter ID Card: फटे पुराने वोटर आईडी कार्ड को घर बैठे बनाए नया, ये है आसान तरीका

राज्य में बुजुर्ग वोटर्स की स्थिति
2019 में यह फासला 47% तो 2014 में 36% के आसपास था। इस बार फर्स्ट टाइम वोटर 2,88,533 तो 80+ के बुजुर्ग वोटर 6,59,227 हैं। 2021 के विधानसभा चुनाव में इन बुजुर्गों का आंकड़ा 6.22 लाख था, यानी 3 साल में 37 हजार बुजुर्ग बढ़ गए। 2.70 करोड़ वोटर्स में 60 की उम्र वाले 63.49 लाख हैं।

व्हाट्सऐप पर हमें फॉलो करें, लिंक नीचे
हमारे साथ व्हाट्सऐप पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें (We’re now on WhatsApp, Click to join)

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।