जिन कांचों में खिलजी को पद्मिनी की झलक दिखाने का दावा, उन्हें फोड़ दिया

15 दिन पहले दिया था अल्टीमेटम, पुरातत्व विभाग चेता, पुलिस

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चित्तौड़गढ़: रानीपद्मिनी को लेकर विवाद थम नहीं रहा है। रविवार शाम चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित रानी पद्मिनी के महल में लगे वर्षों पुराने कांचों (दर्पणों) को तोड़ दिया गया। दावा किया जाता है कि इन्हीं कांचों में तेरहवीं सदी में अलाउद्‌दीन खिलजी को रानी पद्मिनी की झलक दिखलाई गई थी। घटना की जिम्मेदारी श्री राजपूत करणी सेना ने लेते हुए कहा कि उन्होंने 15 दिन पहले ही अल्टीमेटम दे दिया था कि इन कांचों को नहीं हटाया गया तो फोड़ दिया जाएगा।

इस अल्टीमेटम पर तो भारतीय पुरातत्व विभाग ने ध्यान दिया, ही दुर्ग में स्थित पुलिस चौकी के कर्मचारियों ने। इसी का फायदा उठाते हुए रविवार शाम पौने पांच बजे चार-पांच युवक दुर्ग में बने पद्मिनी महल में घुसे और कांच वाले गोलाकार कक्ष में पहुंचकर पर्यटकों की मौजूदगी में तीन दिशाओं में लगे तीनों कांचों को पत्थर मार कर फोड़ दिया।

कांच चूर-चूर होकर नीचे गिर गए। इसके बाद युवक तेजी से बाहर निकल गए। इतना सब होने के बावजूद दुर्ग के किसी कर्मचारी को खबर तक नहीं लगी। मामले में देर रात तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।

इसलिए बुलंद हैं हौसले :

सवर्ण आरक्षण की मांग को लेकर दो दिन पहले करणी सेना सहित कई संगठनों ने जयपुर में विद्याधरनगर से विधानसभा तक रैली निकाली थी। इस दौरान तोड़फोड़ भी की गई थी। बाद में परिवहन मंत्री यूनुस खान और ऊर्जा राज्य मंत्री पुष्पेंद्र सिंह राणावत पहुंचे। मंत्री राणावत ने सेना के कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया था कि जब तक राजपूत समाज के लोग फिल्म पद्मावती को देखकर संतुष्ट नहीं हो जाते, तब तक फिल्म को प्रदेश में रिलीज नहीं होने देंगे। प्रदेश में इसकी शूटिंग भी नहीं होने दी जाएगी। इसके अलावा यह भी कहा गया था कि फिल्म रिलीज हुई भी तो इससे पहले उसे संगठन को दिखाया जाएगा।

करणी सेना ने कहा-हमने कांच फोड़े, फिल्म भी नहीं बनने देंगे
श्रीराजपूतकरणी सेना के कार्यकर्ता सहदेवसिंह नारेला ने कहा कि उनके नेतृत्व में ही समाज के युवाओं ने कांच फोड़े हैं। सेना के जिलाध्यक्ष गोविंद सिंह खंगारोत ने कहा कि करीब 15 दिन पहले ज्ञापन देकर ये कांच हटाने की मांग की थी। विभाग ने ध्यान नहीं दिया तो संगठन ने कांच खुद हटा दिए। उन्होंने कहा पद्मिनी पर कोई फिल्म भी नहीं बनने दी जाएगी।

पुलिस और पुरातत्व विभाग ने कहा-जाने कौन फोड़ गया शीशे

महल के गेट कर्मचारी मुन्नालाल ने कहा-दो महिला पर्यटकों ने बाहर आकर बताया कि कांच फोड़ दिए गए हैं। दुर्ग के कार्यवाहक संरक्षण सहायक प्रेमचंद शर्मा ने कहा कि कोतवाली थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। किले में स्थित पुलिस चौकी के प्रभारी भूरसिंह ने कहा कि अज्ञात लोगों ने ऐसा किया है। कोई भी हो कार्रवाई की जाएगी।

 

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