Chandrayaan 3 ने भेजी Moon के बेहद करीब से Video, जानें अब आगे क्या-क्या होगा?

0
414

चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) का विक्रम लैंडर अब 113 x 157 Km की कक्षा में आ गया है। यानी अब उसकी चंद्रमा से सबसे कम दूरी 113 Km और सबसे ज्यादा दूरी 157 Km है। इसरो ने डीबूस्टिंग के जरिए चंद्रयान की कक्षा घटाई है। डीबूस्टिंग यानी स्पेसक्राफ्ट की रफ्तार को धीमी करना।

इसरो अब डीबूस्टिंग का दूसरा ऑपरेशन 20 अगस्त को रात 2 बजे परफॉर्म करेगा। इसके बाद लैंडर की चंद्रमा से न्यूनतम दूरी 30 किमी और अधिकतम दूरी 100 किलोमीटर रह जाएगी। सबसे कम दूरी से ही 23 अगस्त को शाम 5:47 बजे सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास किया जाएगा।

ये भी पढ़ें: What Jhumka Song का ये नया वर्जन इंटरनेट पर मचा रहा धूम
ये भी पढ़ें: देखें तस्वीरें किस मिस्ट्री गर्ल संग रिलेशनशिप में हैं Urfi Javed?

अब आगे क्या-क्या होगा

  • डीबूस्टिंग कैसे पूरी होगी: चंद्रयान के लैंडर के चार पैरों के पास लगे 800 न्यूटन शक्ति के 1-1 थ्रस्टर की बदौलत संभव होगा। दो-दो थ्रस्टर 2 चरणों में काम करेंगे।
  • लैंडिंग में कितनी मुश्किलें: 30 किमी की ऊंचाई से लैंडिंग प्रोसेस शुरू होगी। लैंडर की रफ्तार को 1680 मीटर प्रति सेकेंड से 2 मीटर प्रति सेकेंड पर लानी होगी।
  • 23 अगस्त को ही लैंडिंग क्यों: लैंडर-रोवर दोनों ही पावर जेनरेट करने के लिए सोलर पैनल यूज करेंगे। अभी चंद्रमा पर रात है और 23 तारीख को सूर्योदय होगा।
  • च्रंद्रयान-3 क्या काम करेगा: प्रोपल्शन मॉड्यूल धरती से आने वाले रेडिएशन्स का अध्ययन करेगा। लैंडर-रोवर सतह पर पानी की खोज सहित अन्य प्रयोग करेंगे।

देखें वीडियो ( चैनल को सब्सक्राइब जरुर करें)

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।