भारत के अलावा और कितने देशों में बोली जाती है हिंदी? जानें ऐसी ही 6 दिलचस्प बातें हिन्दी के बारें में

1805 में प्रकाशित लल्लू लाल द्वारा लिखित श्रीकृष्ण पर आधारित किताब प्रेम सागर को हिन्दी में लिखी गई पहली किताब माना जाता है।

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Hindi Diwas: साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है ये बात तो बहुत लोग जानते हैं लेकिन इसके पीछे की वजह नहीं। दरअसल 1949 में भारत की संविधान सभा ने हिंदी को देश की राजभाषा के रूप में मान्यता दी थी। भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए 1953 से हिंदी दिवस मनाया जाने लगा।

इस दिन को डॉ. राजेंद्र सिंह की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए अथक प्रयास किए थे। अब हमने आपको ये तो बता दिया कि आज हिन्दी दिवस लेकिन क्या आपको पता है भारत के अलावा कुल कितने देशों में हिंदी बोली जाती है? इस आर्टिकल में हम आपको इसी बारे में बताने वाले हैं।

भारत के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका, मालदीव,  सिंगापुर, थाईलैंड, चीन, जापान, ब्रिटेन, जर्मनी, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, मॉरिशस, यमन, युगांडा, कनाडा और फिजी जैसे देश के लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं।

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चलिए इसके साथ ही जानते हैं हिन्दी से जुड़े कुछ खास बदलाव-
1. सात भाषाएं ऐसी है जिनका इस्तेमाल वेबएड्रस बनाने में किया जाता है, उनमें से हिंदी एक है. हिंदी की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है की हर साल इंटरनेट पर हिंदी कंटेंट की मांग 94 फीसद बढ़ रही है।

2. दुनिया के 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है, जिसमें से 45 विश्वविघालयों अमेरिका के है। इतना ही नही विदेश में 25 से ज्यादा पत्र-पत्रिकाएं रोज हिंदी में निकलती है।

3. 1805 में प्रकाशित लल्लू लाल द्वारा लिखित श्रीकृष्ण पर आधारित किताब प्रेम सागर को हिन्दी में लिखी गई पहली किताब माना जाता है।

4. सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषाओं में हिंदी को शामिल कराने के लिए सालाना 250 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

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5. बिहार वो पहला राज्य है जिसने हिंदी को अपनी आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया। साल 1881 तक बिहार की आधिकारिक भाषा उर्दू हुआ करती थी जिसके स्थान पर हिंदी को अपनाया गया।

6. हिन्दी को अपना नाम एक परसियन शब्द हिन्दू से मिला, जिसका मतलब है पवित्र नदी की भूमि। यह भी कहा जाता है कि सि़ंधु नदी के पास जो सभ्यता फैली उसे सिंधु सभ्यता और उस क्षेत्र के लोगों को हिन्दू कहा जाने लगा जो कि सिंधु शब्द से ही बना। और इनके द्वारा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी कहलाई।

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