क्या सच में ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ महीनेभर के अंदर टूटने लगी? जानिए सच

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अगर आप किसी को ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ की वेबसाइट का लिंक फेसबुक पर शेयर करने का सोच रहे हैं तो आपको बता दें आप ऐसा न करें। दरअसल स्टैचू ऑफ यूनिटी को लेकर सोशल मीडिया पर एक अफवाह बड़ी तेजी के साथ फैल रही है। जिसमें कहा जहां रहा है कि अभी महीनाभर नहीं हुआ और मूर्ति में दरार आना भी शुरू हो गई है।

जब इन अफवाहों की पड़ताल हुई तो सामने आया कि सरदार पटेल की मूर्ति बनाने के लिए अलग-अलग पुरजों को जोड़ा गया है और पुरजों को जोड़ने में खास तरह की वेल्डिंग का इस्तेमाल किया गया है। इस वैल्डिंग की कुछ धारियां सफेद रंग में नजर आ रही है। जिसकी सोशल मीडिया पर लोग तस्वीर शेयर कर अफवाह फैलाने में लगे हैं। तो यदि आपके पास भी ऐसी कोई खबर सामने आए तो यकीन मत कीजिएगा।


खैर, ये बात तो रही मूर्ति से जुड़ी अफवाह की लेकिन इसके साथ एक और खबर मिली है जिसमें कुछ लोगों ने दावा किया है कि फेसबुक पर स्टैचू ऑफ यूनिटी की वेबसाइट का कोई लिंक शेयर करने की इजाजत नहीं दे रहा है। जब इस खबर की टेस्टिंग हमने चालू की तो मालूम चला कि ये वाकिय में सच है। स्टैचू ऑफ यूनिटी का लिंक फेसबुक वॉल पर जैसे ही हमने शेयर किया वैसे ही फेसबुक ने हमें मैसेज दिखाया जिसमें लिखा था आपका मेसेज शेयर नहीं किया जा सकता है।क्योंकि ये लिंक हमारे कम्यूनिटी स्टैंडर्ड्स के खिलाफ है।

अब आपको बतातें है ऐसा क्यों हो रहा है। दरअसल, फेसबुक पर लोगों द्वारा अपशब्द, हिंसात्मक चीजें जैसे- कंटेंट या तस्वीरें शेयर की जाती हैं उसे लेकर ही फेसबुक ने अपनी सिक्योरिटी में कुछ शर्तें तय की है। जिसके अंतर्गत आने वाली चीजों को फेसबुक शेयर करने की इजाजत नहीं देगा। बस उन्ही सबचीजों को कम्यूनिटी स्टैंडर्ड्स नाम दे दिया गया है।

क्या है फेसबुक कम्यूनिटी स्टैंडर्ड्स-
ये एक तरह की फेसबुक पॉलिसी है। जिसके लिए फेसबुक ने कुछ कड़े इंतजाम किए है। जो कुछ इस तरह है। यदि आपकी पोस्ट या लिंक में  कम्यूनिटी स्टैंडर्ड्स जुड़ी चीजें हैं तो वह शेयर करने की परमिशन आपको नहीं देगा। जोकि इस प्रकार है-

1. हिंसा, क्रिमिनल बर्ताव (ऐसे पोस्ट्स या ऐसा कॉन्टेंट जिससे लोगों को खतरा हो सकता है, या किसी आतंकवादी या आतंकी संगठन का अकाउंट, या फिर ऐसे पोस्ट्स जो हिंसा भड़काते हों)
2. सुरक्षा (मसलन ऐसा कॉन्टेंट जो आत्महत्या, हैरेसमेंट, शोषण जैसी चीजों को बढ़ावा देता हो)
3. आपत्तिजनक कॉन्टेंट (मसलन ऐसे पोस्ट्स या फोटोज़-वीडियोज़ जो हिंसा के लिए उकसाते हों, किसी समुदाय के प्रति नफरत पैदा करने की कोशिश करते हों)
4. कॉन्टेंट रिलेटेड रिक्वेस्ट्स (जैसे कोई अपना अकाउंट बंद करना चाहे या किसी इंसान की मौत के बाद उसके परिवार के लोग उसका अकाउंट बंद करवाएं)
5. सच्चाई और विश्वसनीयता (जैसे, फेक न्यूज)
6. इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (किसी और के क्रिएटिव कॉन्टेंट को बिना क्रेडिट दिए, बिना मंजूरी लिए इस्तेमाल करना) का सम्मान
7. अडिशनल प्रॉटेक्शन ऑफ माइनर्स (मसलन, किसी नाबालिग के अकाउंट को बंद करने की रिक्वेस्ट आए, या कोई ऐसी पोस्ट हो जिसमें बच्चों के साथ हुए शोषण से जुड़ा कुछ आपत्तिजनक हो)

स्टैचू ऑफ यूनिटी’ की वेबसाइट में आपत्तिजनक क्या है?
फेसबुक के कम्यूनिटी स्टैंडर्ड्स को अच्छी तरह जानने के बाद बात आती है कि स्टैचू ऑफ यूनिटी’ की वेबसाइट में आपत्तिजनक क्या है? तो आपको बता दें इस वेबसाइट में ऐसा कुछ भी नहीं है जो कम्युनिटी स्टैंडर्ड्स के खिलाफ हो। फिर भी अगर फेसबुक इसकी परमिशन नहीं दे रहा है तो ये विचार करने वाली बात है।

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