केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर (Pakistan) और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख बताने के लिए सर्वदलीय सांसदों के सात डेलिगेशन बनाए हैं। ये डेलिगेशन दुनिया के बड़े देशों, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्य देशों का दौरा करेगा। संसदीय कार्य मंत्रालय ने शनिवार को सातों डेलिगेशन को लीड करने वाले सांसदों के नाम जारी किए।
सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस से शशि थरूर, बीजेपी से रविशंकर प्रसाद, जेडीयू से संजय कुमार झा, बीजेपी से बैजयंत पांडा, डीएमके से कनिमोझी करुणानिधि, एनसीपी से सुप्रिया सुले और शिवसेना श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नाम शामिल हैं। भारत का डेलिगेशन पाकिस्तान के झूठ के पुलिंदों की पोल खोलेगा और बताएगा कि पाकिस्तान ने आतंकियों को पनाह दी है, भारत के पास इसके पुख्ता सबूत हैं।
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इनके नेतृत्व में सातों डेलिगेशन 23 या 24 मई को भारत से रवाना होगा। फिर अगले 10 दिनों के लिए दुनिया के बड़े देशों, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्य देशों में जाएंगे। वहां बताएंगे कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का दृष्टिकोण क्या है और आपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन क्यों और कैसे लिया गया।
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न्यूज एजेंसी PTI के सूत्रों ने बताया कि सांसदों का डेलिगेशन अमेरिका, UK, दक्षिण अफ्रीका, कतर और UAE जाएगा। हालांकि, सरकार की तरफ से इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया।
इस आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद 7 मई की रात भारत ने जवाबी हमले में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को अपना निशाना बनाया और उसे पूरी तरह तबाह कर दिया।
In moments that matter most, Bharat stands united.
Seven All-Party Delegations will soon visit key partner nations, carrying our shared message of zero-tolerance to terrorism.
A powerful reflection of national unity above politics, beyond differences.@rsprasad @ShashiTharoor… pic.twitter.com/FerHHACaVK— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) May 17, 2025
इसके बाद पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत ने बेकसूर लोगों, मस्जिदों और बच्चों को अपना निशाना बनाया, जो पूरी तरह झूठ था। भारतीय सेना ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ आतंकवाद को खत्म करने का था और आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया।
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