इन 3 आसान से टिप्स फॉलों कर बनाए 3D AI Social Media Image

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3D AI Social Media Images: इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आपको प्रोफाइल पिक्चर्स में 3डी एआई तस्वीरें देखने को मिल रही होगी। अगर आप भी 3डी AI इमेज बनाना चाहते हैं और आपको इसका तरीका नहीं पता है तो ये खबर आपके बड़े काम की हो सकती है। यहां हम आपको वो तरीके बताएं जिससे आप आसानी से 3D AI Social Media Image बना सकते हैं।

माइक्रोसॉफ्ट ने बिंग ब्राउजर में अपना एआई-पावर्ड इमेज-जेनरेटिंग टूल लॉन्च किया है। बिंग इमेज क्रिएटर OpenAI के DALL-E डीप लर्निंग मॉडल पर आधारित है। इसमें यूजर्स को AI फोटोज बनाने की अनुमति दी जाती है। यहां पर आपको कई भाषाओं में संकेत दिए जाते हैं। तो आपको क्या करना नीचे दिए टिप्स को ध्यान से फॉलो करें…

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-सबसे पहले Bing बिंग इमेज क्रिएटर वेबसाइट पर जाएँ।
-3डी एआई सोशल मीडिया पर पिक्चर बनाने के लिए मांगी गई सभी जानकारियों को सही से भरें।
-3डी एआई सोशल मीडिया तस्वीर आपको किस प्लेटफॉर्म जैसे-WhatsApp, Instagram, Facebook, Twitter etc. किसके लिए बनानी है इसकी जानकारी भी दें।
-सब तरह की जानकारी भरने के बाद कस्टमाइज्ड करें
-कुछ देर रुकने के बाद आपको 3डी एआई तस्वीर मिल जाएगी।
-इस ऐप से आप तस्वीर को सेव भी कर सकते हैं और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर सीधे शेयर भी कर सकते हैं।

इसके अलावा और भी कई तरीके हैं लेकिन इसमें आपको थोड़ी AI टूल्स की जानकारी होनी जरुरी है। 3D इमेजेस बनाने के लिए एआई (Artificial Intelligence) का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है, और इसमें विभिन्न टूल्स और तकनीकियों का उपयोग होता है। अन्य तरीकों से भी आप एआई का सही उपयोग करके 3D इमेजेस बना सकते हैं:

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  1. GANs
    GANs एक प्रकार के एआई हैं जो दो प्रमुख भागों, जिन्हें Generator और Discriminator कहा जाता है, का उपयोग करके इमेजेस बनाते हैं। Generator नए छवियों बनाता है, जबकि Discriminator उन्हें वास्तविक और उत्पन्न छवियों के बीच की अंतरिक्ष को सीधा करने का प्रयास करता है। यह प्रक्रिया चलती रहती है, जिससे जनरेटेड छवियां और वास्तविक छवियां आपस में समान होती हैं।
  2. Neural Style Transfer:
    इस तकनीक में, एक न्यूरल नेटवर्क को शिक्षित किया जाता है कि कैसे एक आदिकृत स्टाइल को दूसरे छवि पर लागू किया जा सकता है। इससे नए छवियां उत्पन्न हो सकती हैं जो आपकी दी गई स्टाइल के साथ होती हैं।

    3. ऑटोएनकोडर्स:
    ये एक प्रकार के न्यूरल नेटवर्क्स होते हैं जो इमेजेस को एक अनुक्रमणिक आंकड़ों (एन्कोडिंग) में बदलते हैं और फिर उन्हें लौटाने के लिए डिकोडिंग करते हैं। इसका प्रयोग विभिन्न रूपों और पैटर्न्स को उत्पन्न करने के लिए किया जा सकता है।

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    4. रेंडरिंग और 3D मॉडेलिंग एआई:
    कुछ एआई सिस्टम्स 3D मॉडेलिंग और रेंडरिंग क्षमताओं को सहज बनाने में मदद कर सकती हैं। इन्हें तबक्को फिल्टर, लाइटिंग और अन्य विशेषताओं को स्वतंत्रता से समर्थन करने के लिए तैयार किया जाता है।

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