तीन घंटे चलेगा अयोध्या में समारोह, नीले रंग में स्थापित होगी रामलला की मूर्ति, जानें कब क्या होगा?

कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित होगी। मेरे अनुसार उन्हीं की मूर्ति का चयन हुआ है।

0
235

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और उससे पहले के सभी कार्यक्रम की पूरी जानकारी सामने आ गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में मंदिर निर्माण कार्यशाला में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि  22 जनवरी को दोपहर 12.20 से 1 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा।

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, RSS प्रमुख मोहन भागवत और ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास अपने विचार रखेंगे। उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त काशी के प्रकांड विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने तय किया है। प्राण प्रतिष्ठा का कर्मकांड वाराणसी के महंत लक्ष्मी कांत दीक्षित करेंगे।

ये भी पढ़ें: अयोध्या में राम के आते ही होगी ‘धनवर्षा’ जानें किसकी जेब को होगा 50 हजार करोड़ फायदा?

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की तैयारियों के चलते 20 और 21 जनवरी को रामलला के दर्शन बंद किए गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा की पूजन विधि कल 16 जनवरी से शुरू हो जाएगी, जो 21 तक चलेगी। इससे पहले प्रतिमा की जल वास, अन्न वास, शैया वास, औषधि वास, फल वास पूजा होगी।

ये भी पढ़ें: जो राम को नहीं भजता वो चमार है- संत राम भद्राचार्य ने दिया विवादित बयान, देखें VIDEO

नीले रंगे की रामलला की मूर्ति कर्नाटक के अरुण योगीराज ने तैयार की
गर्भगृह में विराजने वाली प्रतिमा का चयन कर लिया गया है। कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित होगी। मेरे अनुसार उन्हीं की मूर्ति का चयन हुआ है। अरुण योगीराज ने नीले रंगे की रामलला की मूर्ति बनाई है। इसमें रामलला को खड़े हुए धनुष-बाण लिए दिखाया गया है। प्रतिमा ऐसी है जो राजा के पुत्र की तरह और विष्णु का अवतार लगे। गर्भगृह में रामलला कमल के फूल पर विराजमान होंगे। कमल के फूल के साथ उनकी लंबाई करीब 8 फीट होगी। अभी फाइनल प्रतिमा की फोटो जारी नहीं की गई है।

ये भी पढ़ें: जानिए 134 सालों की लंबी लड़ाई के बाद कितना खास होने वाला अयोध्या राम मंदिर?

रामलला की स्थापना में क्या-क्या होगा खास
1. भारत में जितने प्रकार के वाद्य यंत्र हैं उत्तर प्रदेश का बांसुरी, ढोलक, छत्तीसगढ़ का तंबूरा, बिहार में भी पखावज , दिल्ली की शहनाई, राजस्थान का रावण हत्था, बंगाल का श्री खोल जैसे सभी वाद्य यंत्र होंगे। जो पूजा के दौरान बजाए जाएंगे।

2. भारत की सभी मुख्य नदियों का जल अयोध्या आ चुका है। सभी जलों से रामलला का अभिषेक होगा। इसके अलावा नेपाल में राम जी की ससुराल, उनके ननिहाल छत्तीसगढ़ से उपहार आए हैं। जोधपुर से बैलगाड़ी पर घी आया हैं।

ये भी पढ़ें: जानिए क्यों बनाई विपक्ष के इन नेताओं ने अयोध्या राम मंदिर से दूरी, जमकर हो रही है आलोचना

3. मंदिर की चार स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था प्रभावी हो गई है। श्रीरामजन्मभूमि पथ पर सिविल पुलिस चार जगहों पर चेकिंग करेगी। इसके बाद CRPF और कमांडों हर व्यक्ति पर सतर्क नजर रखेंगे। गर्भगृह के आस-पास SSF के जवान और खुफिया अफसर नजर रखेंगे।

ये भी पढ़ें: Ayodhya Ram Mandir: कौन हैं राम मंदिर के पुजारी मोहित पांडे?

ये मेहमान होंगे प्राण प्रतिष्ठा में शामिल
गर्भगृह में पीएम मोदी, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, ​​​आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सभी ट्रस्टी लगभग 150 परम्पराओं के संत, धर्माचार्य मौजूद रहेंगे। भारत में हर तरह की रक्षा पुलिस से लेकर पैरा मिलिट्री फोर्स के अधिकारी, साहित्यकार, पद्म पुरस्कार विजेता शामिल होंगे। मंदिर निर्माण करने वाली L & T, टाटा के इंजीनियर्स और मंदिर बनाने में लगे 100 लोग रहेंगे। इसके अलावा शैव, वैष्णव, सिख, बौद्ध, जैन, कबीर पंथी, इस्कॉन, भारत सेवाश्रम संघ, राम कृष्ण मिशन, गायत्री परिवार, राधा स्वामी, गुजरात के स्वामी नारायण, लिंगायत के धर्मात्मा रहेंगे।

ये भी पढ़ें: Ram Mandir: PM मोदी 11 दिन के खास अनुष्ठान पर, देशवासियों को दिया ऑडियो संदेश, सुनिए…

राम मंदिर परिसर में 13 और मंदिर बनाए जाएंगे
अयोध्या में 70 एकड़ में बन रहे राम मंदिर परिसर में 13 और मंदिर बनाए जाएंगे। इनमें भगवान सूर्य, भगवान शिव, माता भगवती, गणपति, हनुमान जी के अलावा अन्नपूर्णा देवी के मंदिर होंगे। इन मंदिरों का निर्माण परकोटे का काम पूरा होने के बाद शुरू होगा। परकोटे के बाहर 7 अन्य मंदिर बनने हैं। इसमें ऋषि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, शबरी, निषाद राज और अहिल्या का मंदिर होगा। इन मंदिरों का निर्माण 2024 तक पूरा हो जाएगा।

ताजा अपडेट्स के लिए आप पञ्चदूत मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, ऐप को इंस्टॉल करने के लिए यहां क्लिक करें.. इसके अलावा आप हमें फेसबुकट्विटरइंस्ट्राग्राम और यूट्यूब चैनल पर फॉलो कर सकते हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now