‘न्यू इंडिया’ का सपना सच करने के लिए स्पेन और भारत के बीच हुए ये 7 करार

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मैड्रिड: बुधवार को मोदी ने स्पेन के पीएम मारियानो राजॉय से मुलाकात की। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच बाइलेटरल टॉक हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच 7 करार हुए। इससे पहले मोदी ने कहा, “आतंकवाद से कोई देश अछूता नहीं रहा। मानवतावाद के खिलाफ इस जंग को भारत-स्पेन मिलकर लड़ेंगे।

पीएम के स्पेन दौरे पर कई तरह के करार होने की उम्मीद है लेकिन सबसे ज्यादा दिलचस्पी स्पेन की टैल्गो ट्रेन को लेकर है, जिसे भारत की पटरियों पर दौड़ाने की तैयारी है। इस दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर भी चर्चा होगी। बता दें कि स्पेन से पहले पीएम मोदी ने जर्मनी में 8 अहम समझौते किए है।

भारत-स्पेन के बीच 7 करार
1. साइबर सिक्युरिटी।
2. सिविल एविएशन में टेक्नीकल को-ऑपरेशन।
3. दोषियों को दोनों देशों में ट्रांसफर किया जा सकेगा।
4. डिप्लोमैट पासपोर्ट रखने वालों को वीजा में छूट।
5. दोनों देश ओर्गन ट्रांसप्लांटेशन में एक-दूसरे को सहयोग करेंगे।
6. दोनों देश रिन्यूएबल एनर्जी में मदद करेंगे।
7. एक करार भारतीय फॉरेन सर्विस इंस्टीट्यूट और डिप्लोमैटिक एकेडमी ऑफ स्पेन के बीच हुआ है।

रूस: चीन के वन रोड-वन बेल्ट का मुद्दा उठाएंगे मोदी
मोदी रूस में 31 से 2 जून तक रहेंगे। दौरे की शुरुआत में मोदी पिस्कारोवस्कोए सिमिट्री जाएंगे, जहां वे लेनिनग्राद संघर्ष में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देंगे। यहां वे प्रेसिडेंट पुतिन के साथ सेंट पीटर्सबर्ग में 18th भारत-रूस एनुअल मीटिंग में हिस्सा लेंगे। 2 जून को यहां मोदी इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में भी हिस्सा लेंगे। इसमें 1 हजार ग्लोबल इन्वेस्टर्स शामिल होंगे। इसके बाद मोदी को गेस्ट ऑफ ऑनर से नवाजा जाएगा।
एजेंडा: फॉरेन इन्वेस्टमेंट, डिफेंस और न्यूक्लियर प्लान्ट होगा। कई बड़े डिफेंस समझौते हो सकते हैं। रूस की कोशिश कुडनकुलम न्यूक्लियर प्रोजेक्ट के पांचवें और छठवें प्लान्ट को बनाने का करार करना है। वहीं, भारत चीन के प्रोजेक्ट वन रोड-वन बेल्ट (OBOR) के मुद्दे को उठा सकता है। रूस में भी इसका विरोध हो रहा है।
कारोबार: रूस में भारत का 13 अरब डॉलर और भारत में रूस का 16 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट है। 2016 में दोनों देशों के बीच 7.71 अरब डॉलर कारोबार हुआ। दिसंबर 2014 में दोनों देशों के प्रमुखों ने 2025 तक कारोबार को 30 अरब डॉलर करने का टारगेट रखा है।
फ्रांस: भारत और ईयू के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर होगी बात
2 जून को मोदी यात्रा के आखिरी पड़ाव के लिए फ्रांस रवाना होंगे। यहां पेरिस में फ्रांस के नए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से चर्चा करेंगे। इस दौरान दोनों देशों का स्ट्रैटजिक रिलेशन मजबूत होने की उम्मीद है। दोनों देश आतंकवाद से पीड़ित हैं। इसलिए बातचीत में यह अहम मुद्दा हो सकता है।
एजेंडा: दोनों देशों के बीच स्पेस, नॉन-एटॉमिक, डिफेंस और इकोनॉमिक सेक्टर्स में मजबूत सहयोग है। फ्रांस, जर्मनी और स्पेन के सफर के दौरान भारत और यूरोपीय यूनियन (ईयू) के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट अहम मुद्दा रहेगा।
कारोबार: फ्रांस, भारत में नौवां सबसे बड़ा इन्वेस्टर है। अप्रैल 2000 से जनवरी 2017 तक 5.55 अरब का इन्वेस्टमेंट किया। 2016 में कारोबार 9.60 अरब डॉलर का रहा।